उदित वाणी, जमशेदपुर: केंद्रीय ट्रेड यूनियनों एवं स्वतंत्र फेडरेशनों के संयुक्त मंच की ओर से बुधवार को आम बजट और चार श्रम संहिताओं के खिलाफ 5 फरवरी को देशव्यापी विरोध कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसी क्रम में कोल्हान में भी विरोध कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम साकची गोलचक्कर में दोपहर 12 बजे से आयोजित किया गया, जिसमें नुक्कड़ सभा के बाद बजट प्रस्ताव और चार श्रम संहिताओं का पुतला दहन किया गया.वक्ताओं ने एक स्वर में बजट प्रस्तावों की निंदा करते हुए इसे आम आदमी के साथ विश्वासघात और राष्ट्रीय संपत्ति की लूट का खाका बताया. उन्होंने श्रम संहिताओं को लागू करने की सरकार की पहल की निंदा की और कहा कि चारों श्रम संहिताएं श्रमिकों के अधिकारों की मौत का वारंट होंगी. श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन की घोषणा होने पर इसके विरोध में सभी उद्योगों और क्षेत्रों के श्रमिक अखिल भारतीय हड़ताल पर जाएंगे.
कारपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने की कोशिश
वक्ताओं ने कहा कि बजट प्रस्ताव एक ओर कारपोरेट घरानों को परमाणु ऊर्जा और कृषि जैसे संवेदनशील क्षेत्रों पर कब्जा करने का अवसर देगा, वहीं दूसरी ओर बीमा क्षेत्र में सौ प्रतिशत एफडीआई के साथ ही खनन, बिजली तथा अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और सेवाओं के निजीकरण की गति को तेज करेगा. यूनियन नेताओं ने कहा कि बजट में किसानों के लिए वैधानिक एमएसपी, शहरी रोजगार गारंटी योजना, सार्वजनिक और सरकारी क्षेत्र में रोजगार सृजन, असंगठित, अनुबंधित, अनौपचारिक, स्कीम वर्करों और ठेका श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा, ईपीएफ के तहत पेंशन में बढ़ोतरी, पेट्रोलियम उत्पाद शुल्क दरों में कटौती के संबंध में कोई घोषणा नहीं की गई है. कार्यक्रम में बिनोद राय, अंबुज कुमार ठाकुर, बिश्वजीत देब, परविंदर सिंह, मनोज कुमार सिंह, अंजनी कुमार, हीरा अरकाने, संजय कुमार, धनंजय शुक्ला, नागराजू, मनोज सिंह, विक्रम कुमार, पीआर गुप्ता, हरिशंकर सिंह, सुशील कुमार सिंह, बेबी कुमारी, नवीन कुमार, मनीष कुमार, प्रिया महतो, सुशील कुमार , राजीव कुमार सिंह, सुब्रतो देव, रवि कुमार, आरएस राय, जफर खान, विक्रम कुमार, एनएस पाल, श्रवण कुमार, यश विश्वकर्मा, शशि कुमार और जयशंकर प्रसाद उपस्थित थे.
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