उदित वाणी, नई दिल्ली: देशभर के तकनीकी संस्थानों में फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर नौकरी हासिल करने की कोशिशों का मामला सामने आया है. इन जाली पत्रों को वैध दिखाने के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के नाम व पहचान का दुरुपयोग किया गया है.
AICTE ने इस धोखाधड़ी को लेकर संस्थानों और आम जनता को सतर्क रहने की चेतावनी दी है. AICTE के उप निदेशक डॉ. प्रशांत ने बताया कि कुछ लोगों ने AICTE और शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार किए हैं.
फर्जी ईमेल और दस्तावेजों से हो रही धोखाधड़ी
डॉ. प्रशांत ने स्पष्ट किया कि AICTE किसी भी आधिकारिक पत्राचार के लिए केवल अपने डोमेन (aicte-india.org) का उपयोग करता है. जालसाज नकली ईमेल आईडी और जाली दस्तावेजों के जरिए नियुक्ति पत्रों को असली दिखाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियां AICTE और शिक्षा मंत्रालय की साख को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
अभिभावकों और छात्रों को किया जाए जागरूक
AICTE ने सभी विश्वविद्यालयों और संस्थानों को निर्देश दिया है कि वे विद्यार्थियों और अभिभावकों के बीच इस धोखाधड़ी को लेकर जागरूकता बढ़ाएं. छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को इस तरह के फर्जी नौकरी पत्रों से सतर्क रहने की अपील की गई है.
संस्थानों से कहा गया है कि वे नौकरी से संबंधित किसी भी पत्र की प्रामाणिकता जांचने के लिए AICTE या शिक्षा मंत्रालय के आधिकारिक चैनलों से संपर्क करें.
साइबर क्राइम सेल को दें फर्जीवाड़े की सूचना
AICTE ने संस्थानों को निर्देश दिया है कि यदि किसी व्यक्ति या संगठन द्वारा फर्जी नियुक्ति पत्र से जुड़ा मामला सामने आता है, तो इसकी सूचना तुरंत AICTE या साइबर क्राइम सेल को दें.
साथ ही, विश्वविद्यालय और संस्थान इस संबंध में अधिसूचना जारी कर इसे नोटिस बोर्ड पर भी प्रदर्शित करें. AICTE ने स्पष्ट किया कि केवल आधिकारिक डोमेन (@aicte-india.org) या (@gov.in) से प्राप्त पत्रों को ही वैध माना जाए और किसी अज्ञात स्रोत को डेटा न दिया जाए.
संस्थानों और व्यक्तियों से अनुरोध किया गया है कि वे ऐसी धोखाधड़ी की घटनाओं की रिपोर्ट स्थानीय साइबर क्राइम सेल में दर्ज कराएं, ताकि दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई हो सके.
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