उदित वाणी, रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पश्चिमी सिंहभूम के टोंटो प्रखंड स्थित सेरेंगसिया में 1837 विद्रोह के महानायकों के सम्मान में आयोजित शहादत दिवस समारोह में भाग लिया. उन्होंने अमर वीर शहीदों को नमन करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
246 विकास योजनाओं का उद्घाटन
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लगभग 4 अरब 12 करोड़ 24 लाख 96 हजार रुपए की लागत से 246 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. उन्होंने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के 54,946 लाभार्थियों के बीच 3 अरब 62 करोड़ 80 लाख 99 हजार रुपए की परिसंपत्तियों का वितरण भी किया. इसके अलावा, 135 जनों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया.
आदिवासियों की पहचान और अधिकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समुदाय के पूर्वजों की तपस्या, त्याग और बलिदान की बदौलत आज आदिवासियों को एक अलग पहचान और ताकत मिली है. उन्होंने आदिवासियों से आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक रूप से मजबूत होने की आवश्यकता पर जोर दिया.
आर्थिक सशक्तीकरण का प्रयास
मुख्यमंत्री ने गरीबों को उनके पैरों पर खड़ा करने की आवश्यकता बताई. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार अब गरीब परिवारों को सहायता देने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रही है. जिला और ब्लॉक प्रशासन आपकी समस्याओं के समाधान के लिए आपके दरवाजे पर पहुंचेगा.
साथ में मिलकर आगे बढ़ने का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के खनिज संसाधनों से देश का खजाना भरा जा रहा है. लेकिन, आज भी यह राज्य सबसे पिछड़े राज्यों में गिना जाता है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आदिवासियों और गरीबों के विकास के लिए निरंतर प्रयास कर रही है.
इस समारोह में मंत्री दीपक बिरुवा, मंत्री रामदास सोरेन, सांसद जोबा मांझी, विधायक कल्पना सोरेन, विधायक निरल पूर्ति, विधायक सोनाराम सिंकू, विधायक जगत मांझी, जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरीन, प्रमंडलीय आयुक्त हरि प्रसाद केशरी, तथा जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक भी प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
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