उदित वाणी, प्रयागराज: प्रयागराज महाकुंभ में समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की मूर्ति स्थापित की गई है. ज्ञान और ध्यान की मुद्रा में पद्मासन पर बैठी यह मूर्ति आकर्षण का मुख्य केंद्र बनी हुई है. श्रद्धालु इसे संत और भगवान के रूप में पूजा कर रहे हैं. एसपी समर्थकों के साथ-साथ अन्य श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में इसे देखने के लिए टेंट में पहुंच रहे हैं.
समर्थन और विरोध की लहर
इस मूर्ति को लेकर संतों और साधुओं के बीच मतभेद सामने आए हैं. जहां कई संत और समर्थक इसे समर्थन दे रहे हैं, वहीं कुछ साधु इसके विरोध में खड़े हैं. इसके बावजूद, मूर्ति के पास नियमित रूप से आयोजित होने वाली चौपालें श्रद्धालुओं के बीच चर्चा का विषय बनी हुई हैं.
श्रद्धा और विचारों का संगम
महाकुंभ जैसे आयोजन में यह मूर्ति केवल एक धार्मिक प्रतिमा तक सीमित नहीं है, बल्कि आस्था और राजनीतिक विचारों का संगम भी प्रस्तुत कर रही है. श्रद्धालुओं की भीड़ और विचार-विमर्श के बीच यह मूर्ति एक नई पहचान बना रही है.
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