उदित वाणी, जमशेदपुर: जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने जेएनएसी और टाटा स्टील यूआईएसएल के अधिकारियों से स्पष्ट कहा है कि क्षेत्र में जनसुविधाओं का काम जनहित में हो, न कि किसी व्यक्ति विशेष को देखकर. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई मंत्री हो या कोई दबंगई दिखाए, तो उसे दो दर्जन मजदूर देना और जनता की समस्याओं पर चुप्पी साध लेना स्वीकार नहीं किया जाएगा.
बस्तियों का दौरा क्यों है जरूरी?
राय ने अधिकारियों से आग्रह किया कि बस्तियों का दौरा करें, ताकि उन्हें यह समझ में आए कि रोजमर्रा की सफाई और कचरा प्रबंधन से जुड़ी समस्याएं कितनी गंभीर हैं. उन्होंने कहा कि सफाई व्यवस्था में पारदर्शिता और जनता के हितों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए.
बैठक में चर्चा के मुद्दे
राय ने बताया कि जेएनएसी के उप नगर आयुक्त, टाटा स्टील यूआईएसएल के महाप्रबंधक और अन्य अधिकारियों के साथ कल एक बैठक आयोजित की गई थी. इसमें कदमा और सोनारी क्षेत्रों में सफाई की बदहाल स्थिति पर चर्चा हुई. बैठक में सामने आया कि विधानसभा चुनाव के बाद इन क्षेत्रों के सफाई ठेकेदार गायब हैं, और सफाईकर्मी नजर नहीं आ रहे.
सफाईकर्मियों की अनुपस्थिति और गंदगी का साम्राज्य
उन्होंने बताया कि चुनाव से पहले कदमा और सोनारी में 25 सफाईकर्मी तत्कालीन विधायक और मंत्री के निर्देश पर काम करते थे. लेकिन चुनाव खत्म होते ही यह सफाईकर्मी लापता हो गए. अब बस्तियों में मुख्य सड़कों पर कचरे का अंबार लग गया है.
नैतिकता और जिम्मेदारी का तकाजा
राय ने टाटा स्टील यूआईएसएल से कहा कि सफाईकर्मियों को जेएनएसी को सौंप दें, ताकि वे इनका उपयोग सफाई कार्यों में कर सकें. पेयजल कनेक्शन के मामले में भी उन्होंने कहा कि बस्तीवासियों के लिए शुल्क कम किया जाना चाहिए, क्योंकि सरकार द्वारा निर्धारित दर गरीबों के लिए बोझिल है.
गंभीर परिणामों की चेतावनी
उन्होंने कहा कि अगर 25 जनवरी तक सफाईकर्मी काम पर नजर नहीं आए, तो वे नगर निगम से इसका हिसाब मांगेंगे और कानूनी कार्रवाई की सिफारिश करेंगे.
क्या औद्योगिक नगर समिति बेमानी हो गई है?
राय ने टाटा स्टील यूआईएसएल के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले यह कहा गया था कि कदमा और सोनारी की सफाई का काम टाटा स्टील यूवाईएसएल करेगा. लेकिन अब यह जिम्मेदारी लेने से इनकार कर रहे हैं. उन्होंने पूछा कि क्या औद्योगिक नगर समिति का गठन अब बेमानी हो गया है.
समस्या पर विचार का वक्त
राय ने कहा कि अगर टाटा स्टील यूआईएसएल पेयजल कनेक्शन के महंगे दरों को कम करने या सफाई की जिम्मेदारी लेने से इनकार करता है, तो वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार किया जाएगा. उन्होंने अधिकारियों से स्पष्ट स्पष्टीकरण की मांग की.
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