उदितवाणी, बहरागोड़ा: खांडामौदा पंचायत के पांचरुलिया गांव में शुक्रवार को पुनर्निर्मित शिव मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा और शिव शांति अनुष्ठान का आयोजन किया गया. इस अनुष्ठान के तहत मंदिर परिसर को शिवमय किया गया और आस-पास के गांवों में धार्मिक आस्था का माहौल छा गया.
108 कलश यात्रा और मंत्रोच्चार से मंदिर में प्रतिष्ठित हुई शिव की शक्ति
इस विशेष अवसर पर 108 महिलाओं और युवाओं का एक समूह मालुआ गांव से रगड़ो नदी तक पहुंचा. वहां से पूजा अर्चना के बाद कलश यात्रा की शुरुआत हुई. यह समूह बैंड बाजे, शंख ध्वनि और जय शिव शंभू के जयकारों के साथ 4 किलोमीटर पैदल यात्रा करते हुए शिव मंदिर पहुंचा. जहां मंदिर प्रांगण और यज्ञ मंडप पर कलश स्थापना की गई. पूजा और प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पुजारियों शंकर प्रसाद कर, सुबेन्दू विकास मिश्रा, आसीस मिश्रा और आनंद महापात्रा ने शुद्ध वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की.
महापूजा और शिव शांति का उत्सव
कलश यात्रा के बाद महापूजा की शुरुआत हुई, जिसके चलते गांव के अधिकांश लोग घरों में चूल्हा नहीं जलाते. ग्रामीणों का मानना है कि अष्टमी के दिन चूल्हा जलाना अनुचित होता है. शिव शांति अनुष्ठान के दौरान बुधवार को गांवभर में उत्सव का माहौल था. लोग ‘जय शिव शंभू’ और ‘हर हर महादेव’ के जयकारों के साथ यज्ञ मंडप की ओर बढ़ रहे थे. रात के समय मंदिर परिसर में भव्य कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसे सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे.
धार्मिक अनुष्ठान को सफल बनाने में समिति का अहम योगदान
इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाने में समिति के मुखिया पंचानन मुंडा, ब्रजेश रंजन गिरी, सुदर्शन जेना, सत्यजीत गिरी, रिंकू जेना, चिंटू धड़ा, दिगंबर धड़ा, बीजन धड़ा, सुधांशु मुंडा, सेनापति जेना, भवानी धड़ा, सुजीत गिरी, प्रदीप धड़ा, राकेश धड़ा आदि शामिल थे. इन सभी के सहयोग से यह विशाल आयोजन संपन्न हुआ और पांचरुलिया गांव में धार्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि का नया अध्याय जुड़ा.
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