उदित वाणी, जमशेदपुर: जमशेदपुर में 46 तकनीकी विशेषज्ञों के साथ एक हार्दिक पुनर्मिलन देखने को मिलेगा, जो पहली बार 46 साल पहले मिले थे, वे यहां पुरानी यादों को ताजा करने के लिए एक साथ आएंगे. यह टाटा स्टील जीटी 79 बैच के लिए पुनर्मिलन का समय होगा. वे 1 जनवरी 1979 की सुबह एकत्र हुए थे, जो उनके स्थायी सौहार्द्र का एक प्रमाण था. यह उल्लेखनीय बैच टाटा स्टील द्वारा अब तक की सबसे बड़ी भर्ती थी.
टाटा स्टील के एक अनूठे कदम में सभी बैचमेट को हॉस्टल में एक साथ रहना और सब कुछ साझा करना आवश्यक था. इस पहल ने एक ऐसे सौहार्द्र को बढ़ावा दिया जो आज भी “फौलाद की तरह मजबूत” बना हुआ है. पुरानी यादों को ताजा करने के लिए इस बैच के छात्र 16-18 जनवरी तक होने वाले पुनर्मिलन कार्यक्रम में भाग लेंगे. बेल्डीह और यूनाइटेड क्लब में अपने जीवन साथी के साथ बैक-टू-बैक गाला डिनर के साथ यह कार्यक्रम सौहार्द्र और यादगार यादों का एक आदर्श मिश्रण पेश करेगा.
प्रतिभागी शौक से याद किए गए अवकाश स्थलों और संयंत्र स्थलों की फिर से यात्रा करेंगे, उन क्षणों को फिर से जिएंगे जिन्होंने टाटा स्टील के साथ उनके समय को परिभाषित किया. पूर्व सहकर्मी अपनी यात्राएं साझा करने, हंसने और अपने साझा अनुभवों को याद करने के लिए एक साथ आएंगे. वैसे सहकर्मी, जो अब उनके साथ नहीं हैं, को भावभीनी श्रद्धांजलि के रूप में, सदस्यों द्वारा 18 जनवरी की सुबह एसएनटीआई परिसर (अब पीपुल्स डेवलपमेंट सेंटर) में विशेष पेड़ लगाए जाएंगे, जो समय के साथ कायम रहने वाले प्रेम और स्मरण का प्रतीक है.
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