उदित वाणी, जमशेदपुर: जमशेदपुर के रवींद्र भवन में टैगोर सोसायटी के तत्वावधान में वार्षिक रवींद्र संगीत सम्मेलन का तीन दिवसीय आयोजन आरंभ हुआ. इस अवसर पर पहले दिन कोलकाता की प्रसिद्ध गायिका श्रेया गुहा ठाकुरता ने अपनी सुमधुर प्रस्तुति दी. इसके बाद कोलकाता की अन्य नामचीन रवींद्र संगीत कलाकार शासा घोषाल ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा. इस दिन के अंतिम कलाकार मनोमय भट्टाचार्य ने भी अपने सुरों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
रवींद्र संगीत का अद्भुत संगम
ज्ञातव्य है कि यह वार्षिक आयोजन पिछले चार दशकों से हो रहा है, जिसमें रवींद्र संगीत के प्रेमियों को न केवल देश के बल्कि विदेश के कलाकारों को सुनने का अवसर मिलता है. आयोजक संस्था टैगोर सोसायटी के महासचिव आशीष चौधुरी ने बताया कि इस तीन दिवसीय आयोजन में रवींद्र संगीत की विविधता को प्रदर्शित किया जा रहा है. विभिन्न कलाकार अपनी संगीत विधा के गहराइयों तक जाकर श्रोताओं के दिलों तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं.
युवाओं को रवींद्र संगीत की समृद्ध विरासत से जोड़ना
आयोजक ने कहा कि इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य रवींद्र संगीत की समृद्ध विरासत को युवा पीढ़ी और संगीत प्रेमियों के बीच फैलाना है. कार्यक्रम के दूसरे दिन, 11 जनवरी को, कोलकाता के रवींद्र संगीत कलाकार उत्सव दास, मनोज मुरली नायर और जयति चक्रवर्ती अपनी प्रस्तुतियां देंगे.
प्रतिभाशाली संगतकारों का योगदान
कार्यक्रम में कलाकारों के संगत करने वाले प्रतिभाशाली कलाकारों में कोलकाता के प्रसिद्ध तबला वादक बिप्लब मंडल, एसराज पर नंदन दासगुप्त, की-बोर्ड पर सुब्रतो मुखर्जी और मंजीरा पर संजीवन आचार्य शामिल हैं. इन सभी ने मिलकर कलाकारों के संगीत को और भी श्रवणीय बना दिया.
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