उदित वाणी, जमशेदपुर: टाटा स्टील ने कुछ आखबारों (उदित वाणी नहीं) में सब लीज को लेकर छपी खबरों पर अपना पक्ष रखा है और स्पष्ट रूप से कहा है कि इन रिपोर्टों में संदर्भित मामला कंपनी से संबंधित नहीं है. यह पूरी तरह से दो निजी पक्षों के बीच बिक्री समझौते और स्वामित्व अधिकारों के संबंधित दावे के विवाद से संबंधित है. टाटा स्टील इस मामले में पक्षकार नहीं है.
यह बेहद चिंताजनक है कि समाचार रिपोर्ट में माननीय एनसीएलएटी के फैसले की गलत व्याख्या की गई है, जिसमें गलत तरीके से सुझाव दिया गया है कि जमशेदपुर में टाटा स्टील के उप-पट्टों को अवैध घोषित कर दिया गया है. उक्त आदेश न तो टाटा स्टील के उप-पट्टों को संबोधित करता है और न ही शहर में पट्टे की भूमि के संबंध में कंपनी द्वारा कोई कार्रवाई शामिल है.
एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिक के रूप में टाटा स्टील सभी लागू कानूनों का पूरी तरह से अनुपालन करती है. हम जमशेदपुर के नागरिकों से आग्रह करते हैं कि वे ऐसी आधारहीन और भ्रामक रिपोर्टों पर ध्यान न दें, जो केवल समुदाय में अनावश्यक दहशत और भ्रम पैदा करने का काम करती हैं.
टाटा स्टील जमशेदपुर और उसके निवासियों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसी गलत सूचनाओं के प्रसार को रोकने के लिए उचित कदम उठाएगी. हम नागरिकों के विश्वास को महत्व देते हैं और एक संपन्न और सामंजस्यपूर्ण समुदाय को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं.
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