उदित वाणी, जमशेदपुर: धालभूम क्लब ग्राउंड साकची में आयोजित भागवत कथा के पंचम दिवस के अवसर पर कथा वाचक आचार्य बाँके बिहारी जी ने कृष्ण की बाल लीला का अत्यंत मनोरम वर्णन किया. इस दिन की कथा में भगवान श्री कृष्ण की अद्भुत लीलाओं के बारे में विस्तार से बताया गया, जिनमें राक्षसों का वध और उनके उद्धार की घटनाओं का विवरण शामिल था.
कृष्ण लीला और राक्षसों का वध
आचार्य बाँके बिहारी ने बताया कि श्री कृष्ण ने बचपन में ही पूतना राक्षसी, सत्तासूर, त्रणावत, अकासूर, बकासूर जैसे कंस द्वारा भेजे गए राक्षसों का वध किया और उन्हें मुक्ति का मार्ग दिखाया. इसके बाद उन्होंने कालिया नाग के मर्दन की कथा सुनाई, जिसमें भगवान ने गोकुलवासियों को राक्षसों से मुक्ति दिलाई और भटके हुए जीवों का उद्धार किया.
गोपियों संग लीला और गिरिराज जी की महिमा
कथा में भगवान श्री कृष्ण और गोपियों के बीच की लीला का भी सुंदर वर्णन किया गया. इसके बाद इंद्र देव द्वारा गोकुलवासियों को कोप भाजन बनाए जाने की घटना का उल्लेख किया गया. भगवान श्री कृष्ण ने गिरिराज जी महाराज को अपनी बांयी कनिष्ठा पर धारण कर गोकुलवासियों की रक्षा की. इस दौरान प्रभु ने प्रकृति और जीव-जंतुओं के सम्मान और संरक्षण का महत्व भी बताया.
छप्पन भोग की सेवा
भागवत कथा के इस अवसर पर भगवान श्री कृष्ण को अर्पित किए गए छप्पन भोग की सेवा गीरीराज सेवा ट्रस्ट, सुरेश अग्रवाल और बालमुकुंद गोयल द्वारा प्रदान की गई. यह भव्य सेवा भक्तों के लिए एक अनूठा अनुभव था.
कार्यकर्ताओं की सक्रियता
इस आयोजन को सफल बनाने में कई अग्रवाल समाज के कार्यकर्ताओं का सक्रिय योगदान रहा. अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, मंटू अग्रवाल, अजय भालोटिया, और पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मेलन के निवर्तमान अध्यक्ष संदीप मुरारका जैसे प्रमुख कार्यकर्ताओं ने अपनी भूमिका निभाई. इसके अलावा भाजयुमो के प्रदेश मंत्री अमित अग्रवाल, विनोद शर्मा, लिप्पू शर्मा, सन्नी संघी, और अन्य कार्यकर्ता भी इस आयोजन में सक्रिय रहे.
महिलाओं का योगदान
महिलाओं ने भी इस आयोजन में सक्रिय भागीदारी दिखाई. अंजू चेतानी, कविता अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, ऊषा चौधरी, वर्षा चौधरी, मंजू कांवटिया, बबिता रिंगसिया, और मीना देबुका ने इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज की.
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