उदित वाणी, जमशेदपुर: रोटरी क्लब जमशेदपुर वेस्ट के तत्वावधान में बेल्डीह क्लब में आयोजित एक सेमिनार में बेंगलुरु से पधारे डॉक्टर सुधाकर वाराणसी ने अपने अनुभवों को साझा किया. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने भारत में 108 इमरजेंसी सर्विस को लागू कराया और इसे समाज के लिए एक बेहतरीन सेवा बना दिया.
शिक्षा, करियर और सामाजिक सेवा की ओर रुझान
डॉ. सुधाकर बचपन से ही मेधावी छात्र रहे हैं. उनके परिवार में उनके सभी भाई डॉक्टर थे, लेकिन उन्होंने इंजीनियरिंग का चुनाव किया और आईआईटी खड़कपुर से मास्टर डिग्री प्राप्त की. इसके बाद, उन्होंने जीव विज्ञान में पीएचडी की. बड़ी कंपनियों में सीईओ पद पर रहने के बाद, उन्होंने सामाजिक सेवा करने का निर्णय लिया.
एक दुर्घटना ने बदल दी जीवन की दिशा
आंध्र प्रदेश में एक सड़क दुर्घटना में अपने मित्र की मृत्यु के बाद, डॉ. सुधाकर को महसूस हुआ कि समाज को एंबुलेंस सेवाओं की कितनी आवश्यकता है. इस भावना के साथ, उन्होंने एक टीम बनाई और प्राइवेट कंपनियों के सहयोग से एंबुलेंस सेवा शुरू की. इस सेवा को 108 नंबर के तहत शुरू किया गया, जिसे कहीं से भी बुलाया जा सकता है और यह सेवा निशुल्क होती है.
संपूर्ण भारत में सेवा का विस्तार
डॉ. सुधाकर के इस प्रयास से आंध्र प्रदेश में जागृति आई और धीरे-धीरे यह सेवा पूरे भारत के विभिन्न राज्यों में फैल गई. वर्तमान में, 108 नंबर के अंतर्गत लगभग 37,000 एंबुलेंस कार्यरत हैं. उनका यह प्रयास सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि भूटान और श्रीलंका में भी काम कर रहा है.
पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम से प्रेरणा
डॉ. सुधाकर ने अपनी मुलाकात भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम से भी साझा की. डॉ. कलाम ने उन्हें गरीबों के उत्थान और युवाओं को देश सेवा में आगे आने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि युवाओं को सिर्फ पैसे के लिए नहीं, बल्कि देश के उत्थान के लिए भी काम करना चाहिए.
संतुष्टि और सेवा का मिशन
डॉ. सुधाकर ने अपनी पीएचडी के बाद जन सेवा के लिए एंबुलेंस सेवा के माध्यम से पूरे भारत में एक मिशन की स्थापना की. इस प्रयास से अब तक लगभग 1.5 लाख लोगों की जान बचाई जा चुकी है. उन्हें इस कार्य से अपार संतुष्टि मिलती है.
रोटरी क्लब के सदस्यों को प्रेरित किया
रोटरी क्लब के सभी सदस्यों को जन सेवा में अपना योगदान देने के लिए डॉ. सुधाकर ने प्रेरित किया. उन्होंने बताया कि यदि आप दिल से काम करेंगे, तो आपको संतुष्टि और धन दोनों मिलेगा.
बांसुरी वादन से छेड़ी एक धुन
डॉ. सुधाकर एक अच्छे बांसुरी वादक भी हैं. उन्होंने सेमिनार के दौरान गांधी जी के एक गीत पर आधारित बांसुरी में एक सुंदर धुन प्रस्तुत की, जो सभी उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर गया.
सार्वजनिक सहभागिता
इस कार्यक्रम का संचालन रोटरी क्लब जमशेदपुर वेस्ट के अध्यक्ष डॉ. अमित मुखर्जी ने किया. धन्यवाद ज्ञापन अमरेश सिन्हा ने किया. कार्यक्रम में जमशेदपुर के रोटरी क्लब के कई सदस्य उपस्थित थे और डॉ. सुधाकर के विचारों से प्रेरित हुए.
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