उदित वाणी, जमशेदपुर: अपने व्यस्त दिनचर्या के बीच, जमशेदपुर के संजय चौधरी ने बागवानी को अपना शौक बनाया और इसे एक नई पहचान दी. घर के छत पर सुंदर फूलों का बाग़ तैयार कर उन्होंने अपने शौक को “बाग ए रतन” नाम दिया. यह नाम उन्होंने अपनी प्रेरणा, लौह पुरुष रतन टाटा के सम्मान में रखा. संजय चौधरी का यह प्रयास अब एक प्रेरणा बन चुका है, और गोपाल मैदान में आयोजित फ्लावर शो में उनके बाग का प्रदर्शन देखने के लिए लोग उत्सुक हैं.
“बाग ए रतन” – एक विशेष बागवानी संग्रह
संजय चौधरी ने अपने घर के छत पर बागवानी के जरिए ऐसा अद्भुत फूलों का संग्रह तैयार किया कि उसे देख कर हर कोई हैरान रह जाता है. उन्होंने इस बाग का नाम “बाग ए रतन” रखा, जो कि उनके आदर्श रतन टाटा के प्रति सम्मान का प्रतीक है. यह बागवानी न केवल उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम है, बल्कि यह उनकी जीवन में सकारात्मक बदलाव का भी प्रतीक बन चुका है.
शौक से प्रेरणा तक का सफर
संजय चौधरी का कहना है कि शौक रखने वाले व्यक्ति के सपने कभी न कभी सच होते हैं. उन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर दिल में सच्ची लगन और कुछ नया करने की इच्छा हो, तो कोई भी काम असंभव नहीं होता. वह कहते हैं, “अगर दिल में जुनून हो, तो समय और परिस्थितियाँ भी आपको रोक नहीं सकतीं.” उनके शब्दों में एक गहरी सच्चाई है – किसी भी काम को शुरू करने के लिए महज मनोबल और समर्पण की आवश्यकता होती है.
फ्लावर शो में संजय चौधरी का योगदान
गोपाल मैदान में आयोजित फ्लावर शो में संजय चौधरी का बागवानी प्रदर्शन एक आकर्षण का केंद्र बन चुका है. उनके फूलों का बाग एक साधारण से शौक से बढ़कर, प्रेरणा का प्रतीक बन गया है. यह प्रदर्शन न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों को उजागर करता है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि किसी भी काम में सफलता के लिए सच्ची मेहनत और समर्पण जरूरी है. उनके इस प्रयास ने यह सिद्ध कर दिया कि किसी भी कार्य को करते समय, सिर्फ समर्पण और जुनून ही महत्वपूर्ण होते हैं, न कि समय या स्थिति.
“सपने कभी छोटे नहीं होते” – संजय चौधरी का प्रेरणादायक संदेश
संजय चौधरी का मानना है कि उन्होंने कभी भी अपने शौक को किसी पहचान या प्रसिद्धि का लक्ष्य नहीं बनाया. उनका उद्देश्य बस यह था कि वह दूसरों को यह संदेश दे सकें कि किसी भी कार्य में कोई भी व्यक्ति सक्षम हो सकता है. उन्होंने कहा, “हर कोई महान है, और यह कार्यक्रम उन सभी के लिए है जो बागवानी के प्रति समर्पित हैं. मैं अभी भी बहुत कुछ सीख रहा हूँ.” उनका यह संदेश सभी को प्रेरित करता है कि किसी भी काम में सफलता पाने के लिए कभी भी रुकना नहीं चाहिए और हमेशा सीखते रहना चाहिए.
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