the_ad id="18180"]
उदित वाणी, जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब अलग-अलग राजनीतिक दलों से जुड़े छात्र संगठन किसी मुद्दे को लेकर एक मंच पर आए हैं. मंगलवार को कोल्हान के सभी छात्र संगठन सोनी सेनगुप्ता के मामले में एकजुट दिखे. सबने कहा कि सोनी सेनगुप्ता पर अगर कोल्हान विश्वविद्यालय ने कार्रवाई की तो कुलपति को इसके अंजाम के लिए तैयार रहना होगा.
दरअसल, केयू ने को-ऑपरेटिव कॉलेज में बीएड की पढ़ाई कर रही छात्रा सोनी सेनगुप्ता को एक बार फिर कारण बताओ नोटिस भेजा है. सोनी सेनगुप्ता वही गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा हैं, जिसने केयू के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल के समक्ष मेडल लेने से इनकार कर दिया था. सोनी एक बार केयू के शोकॉज का जवाब दे चुकी हैं, जिसपर विवि प्रशासन ने असंतोष जताते हुए दोबारा नोटिस भेजा है और कॉलेज को माफीनामा लिखकर देने व अपने अभिभावकों की कॉलेज में हाजिरी लगाने का निर्देश दिया है.
विश्वविद्यालय के इस निर्देश से अब छात्र संगठनों के नेता आग बबूला हो गए हैं. मंगलवार को सोनी सेनगुप्ता के मसले को लेकर कोल्हान में सक्रिय ऐसे सभी छात्र संगठन एकजुट हो गए, जो अलग-अलग राजनीतिक दलों से जुड़े हैं. फिर चाहे वह झारखंड छात्र मोर्चा हो या एआईडीएसओ, एनएसयूआई हो या फिर छात्र आजसू. बिष्टूपुर स्थित निर्मल गेस्ट हाउस में इस मुद्दे को लेकर मंगलवार को सर्वदलीय प्रेसवार्ता कर छात्र संगठनों ने ऐलान किया कि कोल्हान विश्वविद्यालय अथवा को-ऑपरेटिव कॉलेज ने अगर सोनी सेनगुप्ता पर किसी तरह की कार्रवाई की तो केयू के कुलपति के खिलाफ ऐसा आंदोलन छेड़ा जाएगा कि वे अपने दफ्तर से बाहर निकल नहीं पाएंगे.
को-ऑपरेटिव ने सोनी सेनगुप्ता को थमाया नोटिस
छात्र नेताओं का कहा है कि विगत 8 अप्रैल को कोल्हान विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सभी छात्रों को समान सम्मान ना दिए जाने पर अपना गोल्ड मेडल वापस कर विरोध किया था, बावजूद विश्वविद्यालय बदले की भावना दिखाते हुए जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज छात्र संघ की पूर्व सचिव सत्र 2016-18 एवं स्नातकोत्तर में अर्थशास्त्र विभाग की विश्वविद्यालय टॉपर, गोल्ड मेडलिस्ट सोनी कुमारी सेनगुप्ता पर कार्रवाई करने का दबाव बनाया जा रहा है. इसके खिलाफ कोल्हान विश्वविद्यालय के सभी छात्र संगठनों के द्वारा संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता का किया गया। इस प्रेस वार्ता में कोल्हान विश्वविद्यालय के सभी छात्र संगठन के छात्र नेतागण उपस्थित रहे.
दुश्मनी की भावना से काम कर रहा विवि : छात्र संगठन
सर्वदलीय छात्र संगठन के नेताओं का स्पष्ट रूप से कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा से जुड़े सवालों को छोड़कर दुश्मनी की भावना लेकर छात्र प्रतिनिधि पर करवाई में व्यस्त है. विश्वविद्यालय प्रशासन सभी कॉलेज के पठन पाठन को दुरस्त करने एवं अच्छी शिक्षा सबको मिले इस पर ध्यान दे. अगर छात्र प्रतिनिधि चाहे वह सोनी कुमारी सेनगुप्ता हो या आगे आने वाले दिनों में कोई भी छात्र आंदोलन का नेतृत्व कर रहे छात्र हो उस पर अगर इस तरह की मानसिक प्रताड़ना और और अलोकतांत्रिक कार्रवाई करती है तो सर्वदलीय छात्र संगठन चुप नहीं बैठेगा. अभी यह चेतावनी है वरना सर्वदलीय छात्र संगठनों का आंदोलन महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय से लेकर सड़कों पर होगा.
इन संगठनों के नेता सोनी के मुद्दे पर आए साथ
सोनी सेनगुप्ता मामले में कई संगठन साथ आए हैं. इनमें पप्पू यादव (कोल्हान सचिव झारखंड छात्र मोर्चा), प्रभजोत सिंह राठौर ( प्रदेश संयोजक एनएसयूआई), कृष्णा कुमार कामत (जिला अध्यक्ष झारखंड छात्र मोर्चा), सोहन महतो (कोल्हान प्रभारी एआईडीएसओ), कमल अग्रवाल (छात्रसंघ अध्यक्ष जमशेदपुर कोऑपरेटिव कॉलेज), प्रवीण कुमार महतो (अखिल भारतीय कोषाध्यक्ष डेमोक्रेटिक रिसर्च स्कॉलर ऑर्गेनाइजेशन), युधिष्ठिर कुमार (प्रदेश उपाध्यक्ष एआईडीएसओ), शुभम कुमार झा (छात्र संघ उपाध्यक्ष जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज) ने आंदोलन का ऐलान किया है.
”अगर विश्वविद्यालय छात्र नेत्री सोनी सेन गुप्ता पर करवाई करती है तो कॉलेज व विश्वविद्यालय के खिलाफ उग्र छात्र आंदोलन किया जाएगा. सर्वदलीय छात्र संघ के प्रतिनिधि सड़कों पर आंदोलन करेगा.”
– प्रभजोत सिंह राठौड़
”दीक्षांत समारोह में सभी छात्रों का समान सम्मान देने के लिए सोनी सेनगुप्ता ने अपना शांतिपूर्ण गोल्ड मेडल वापस किया है. यह गर्व की बात है, परंतु विश्वविद्यालय एवं कॉलेज प्राचार्य के द्वारा लगातार नोटिस देकर एक छात्रा को प्रताड़ित करना हम छात्र संगठन बर्दाश्त नहीं करेंगे. सोनी गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा रही है. उनका विरोध क्यों था, विश्वविद्यालय को यह जानना चाहिए ना कि उस पर कार्रवाई को आमदा होना चाहिए. विगत सितंबर माह से महीने एबीएम कॉलेज की प्राचार्य डॉ मुदिता चंद्रा को लेकर विश्वविद्यालय को पत्राचार किया कि अपने व्यक्तिगत खाते में लाखों रुपया कॉलेज का क्यों मंगवाया. आज तक इसका जवाब विश्वविद्यालय ने नहीं दिया. अगर सोनी पर कोई करवाई हुई तो ईट का जवाब पत्थर से मिलेगा.”
– पप्पू यादव, कोल्हान सचिव, झारखंड छात्र मोर्चा
”कॉलेज प्राचार्य के द्वारा माता-पिता को बुलाने का आदेश दिया गया है। जो गलत है. क्या विश्वविद्यालय ने दीक्षांत समारोह में सोनी सेन गुप्ता के माता-पिता को भी आमंत्रित किया था. अगर सोनी सेनगुप्ता पर कार्रवाई हुई तो विश्वविद्यालय और कॉलेज में झारखंड छात्र मोर्चा ताला जड़ेगा. विश्वविद्यालय छात्र प्रतिनिधियों को परेशान करना बंद करे.”
– कृष्णा कुमार कामत, जिला अध्यक्ष, झारखंड छात्र मोर्चा
”भारत हमारा एक लोकतांत्रिक देश है और यहां अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना हमारा अधिकार है. दीक्षांत समारोह के नाम पर पैसा उगाही का काम विश्वविद्यालय कर रहा है. अभी तक सभी छात्रों का पैसा लौटाया नहीं गया है. दीक्षांत समारोह में छात्रों के साथ भेदभाव करते हुए अलग-अलग 26 स्थानों पर आयोजित करना है. सेनगुप्ता ने कुछ गलत नहीं किया हम उनके साथ खड़े हैं. विश्वविद्यालय के सीनेट और सिंडिकेट में छात्रों के आवाज उठाने के लिए छात्र प्रतिनिधि का होना बहुत जरूरी है जो नहीं है.”
– हेमंत पाठक, कोल्हान अध्यक्ष, छात्र आजसू
”विश्विद्यालय एक लोकतांत्रिक इकाई है. विश्विद्यालय की गलत प्रक्रिया के खिलाफ गोल्ड मेडल लेने से इन्कार करना कोई गुनाह नही है. यह विरोध करने का एक लोकतांत्रिक तरीका है और लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने पर किसी का असम्मान नही होता है. इससे पहले भी मेडल न लेकर विरोध किया गया है लेकिन इसके लिए देश मे किसी पर कभी करवाई नही हुई है. अगर सोनी पर करवाई होती है तो विश्विद्यालय में ऐतिहासिक छात्र आंदोलन होगा. ”
– सोहन महतो ( कोल्हान प्रभारी, एआईडीएसओ )
”दीक्षांत समारोह में सोनी सेन गुप्ता ने किसी भी तरह की अनुशासनहीनता नहीं की है. विश्वविद्यालय द्वारा सोनी सेनगुप्ता को प्रताड़ित किया जा रहा है. लिखित रूप से माफीनामा मांगा जा रहा है जो सरासर गलत है. अगर किसी भी प्रकार की कार्रवाई हुई तो हम सभी चुप नहीं बैठेंगे. हम सभी हर स्तर व हर परिस्थिति में सोनी सेन गुप्ता के साथ खड़े हैं. ”
– पवन सिंह, पूर्व छात्र नेता
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।
Advertisement
<