उदित वाणी, जमशेदपुर: वीर बाल दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति ने देश के उज्ज्वल भविष्य और साहसी युवाओं को सम्मानित करते हुए 14 राज्यों के 17 बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए पुरस्कृत किया. ये पुरस्कार कला-संस्कृति, बहादुरी, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा, खेल, और पर्यावरण के क्षेत्र में दिए गए.
युवाओं की भूमिका पर प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में युवाओं को देश की प्रगति का प्रमुख स्तंभ बताते हुए कहा, “यह युग तकनीकी प्रगति का है. युवाओं को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और मशीन लर्निंग जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों में दक्षता हासिल करनी होगी.” उन्होंने कहा कि आज का दौर मशीनों से आगे बढ़कर मशीन लर्निंग और एआई का है, जो पारंपरिक सॉफ्टवेयर को पीछे छोड़ रहा है.
साहिबजादों के बलिदान को किया याद
वीर बाल दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए पीएम मोदी ने गुरु गोविंद सिंह के बेटों, साहिबजादों, के अद्वितीय बलिदान को याद किया. उन्होंने कहा, “26 दिसंबर, 300 साल पहले साहिबजादों ने कम उम्र में अद्वितीय साहस और बलिदान का परिचय दिया. उन्होंने उत्पीड़न के सामने झुकने की बजाय अपने विश्वास और साहस को चुना.”
युवाओं को प्रेरित करने का आह्वान
प्रधानमंत्री ने वीर बाल दिवस से प्रेरणा लेने का आग्रह करते हुए कहा, “यह दिवस हमें सिखाता है कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हों, राष्ट्रहित से बढ़कर कुछ नहीं. राष्ट्र के हित में किया गया हर कार्य वीरता का कार्य है.”
14 राज्यों के 17 बच्चों को मिला सम्मान
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के विजेताओं से संवाद किया. उन्होंने कहा, “इन बच्चों ने दिखा दिया है कि भारत के युवा क्या हासिल कर सकते हैं. उनकी उपलब्धियां प्रेरणादायक हैं और देश के भविष्य की शक्ति को दर्शाती हैं.”
युवा-केंद्रित नीतियों पर जोर
पीएम मोदी ने सरकार की युवा-केंद्रित नीतियों का जिक्र करते हुए कहा, “स्टार्टअप्स से लेकर विज्ञान, खेल से लेकर उद्यमिता तक, परिवर्तन की नई लहर देश में उठ रही है. हमारी सभी नीतियां युवाओं को सशक्त करने के लिए केंद्रित हैं. चाहे वह अंतरिक्ष क्षेत्र में प्रगति हो या खेल और फिटनेस को बढ़ावा देना, हमारी प्राथमिकता युवाओं को अवसर देना है.”
प्रेरणा और प्रतिबद्धता का संदेश
इस आयोजन ने साहस, नवाचार और देश सेवा में युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला. वीर बाल दिवस न केवल हमारे इतिहास की महान घटनाओं की याद दिलाता है, बल्कि युवाओं को अपने कर्तव्यों और क्षमता का एहसास कराने के लिए प्रेरित करता है.
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