उदित वाणी, जमशेदपुर: पटना के गांधी मैदान स्थित बापू सभागार में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर ‘मैं अटल रहूंगा’ कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में मशहूर लोकगायिका देवी को आमंत्रित किया गया था. जब देवी ने ‘रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम’ भजन गाया, तो उन्होंने ‘ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम’ भजन गाना शुरू किया. इस पर कुछ कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए हूटिंग शुरू कर दी, जिसके कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया. देवी को सफाई देनी पड़ी और बाद में माफी भी मांगनी पड़ी.
कांग्रेस ने भाजपा को घेरा
कांग्रेस पार्टी ने इस पूरे विवाद को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि बीजेपी इस तरह के विवादों को जन्म देती है, जबकि देवी ने हमेशा सभी धर्मों को सम्मान देने की बात की है.
भोजपुरी सिंगर देवी का नहीं रहा है विवादों से नाता
भोजपुरी सिंगर देवी का विवादों से कोई पुराना नाता नहीं रहा है. वह अपनी शालीनता और सभ्यता भरे गीतों के लिए जानी जाती हैं. भोजपुरी इंडस्ट्री में देवी ने हमेशा अश्लीलता का विरोध किया है. देवी उन गिने-चुने गायकों में से हैं जिन्होंने भोजपुरी गानों में अश्लीलता का प्रमुखता से विरोध किया है. देवी का मानना है कि गीतों में शब्दों का चयन बहुत अहम होता है, और उनके पिता ने बचपन में उन्हें हमेशा अच्छे शब्दों के चयन की सीख दी थी.
संगीत यात्रा और पहचान
देवी का करियर भोजपुरी इंडस्ट्री में उस वक्त रफ्तार पकड़ा जब उनका एल्बम ‘बावरिया’ रिलीज हुआ था. इस एल्बम ने यूपी-बिहार में धूम मचा दी थी. इसके बाद देवी ने न सिर्फ भोजपुरी बल्कि हिंदी, मैथिली और मगही भाषा में भी अपनी गायकी का लोहा मनवाया है. उनका संगीत आज भी किसी भी कार्यक्रम में जान डालने का काम करता है.
पटना कार्यक्रम में हुई माफी की घटना
पटना में आयोजित बीजेपी कार्यक्रम में देवी ने ‘ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम’ भजन गाया. इस पर कुछ दर्शक नाराज हो गए और उन्होंने जय श्री राम के नारे लगाने शुरू कर दिए. देवी ने स्थिति को संभालते हुए कहा कि वह वासुधैव कुटुंबकम में विश्वास करती हैं और सभी धर्मों का सम्मान करती हैं. इसके बाद उन्होंने माफी मांगते हुए दूसरा गीत गाया और माहौल को शांत किया.
धर्म से ऊपर मानवता का संदेश
पत्रकारों से बातचीत करते हुए देवी ने कहा, “मानवता सभी धर्मों से बड़ी है. रघुपति राघव सभी गाते हैं. हिंदू धर्म में सभी को समाहित किया जाता है और यही धर्म सबसे बड़ा है.” देवी ने सभी को मानवता का धर्म अपनाने की सलाह दी और कहा कि ईश्वर को विभिन्न नामों से पुकारा जाता है, लेकिन उद्देश्य एक ही है—भगवान.
विपक्षियों ने क्या कहा
वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा की भाजपाई दिखावे के लिए बापू पर फूल चढ़ाते है, इन लोगो से बापू का प्रिय भजन भी नहीं सुना गया.
इस मामले को लेकर लालू प्रसाद यादव ने भाजपा पर तंज कसा है. लालू प्रसाद यादव ने भाजपा पर महिला का अपमान करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि संघियों और भाजपाइयों को “जय सियाराम, जय सीताराम” के नाम एवं नारे से शुरू ही नफरत है, क्योंकि उसमें माता सीता की जयकारा है. लालू प्रसाद यादव ने आगे कहा कि गायिका देवी ने कल कार्यक्रम में बापू के नाम पर निर्मित सभागार में बापू का भजन गाकर उसने “सीताराम” बोल दिया तो भाजपाइयों ने माइक पर उससे माफ़ी मंगवाई तथा माता सीता के जय सीताराम की बजाय जय श्रीराम के नारे लगवाए. उन्होंने कहा कि ये संघी “सीता माता” सहित महिलाओं का अपमान क्यों करते है.
अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर कहा की भाजपा ने साम्प्रदायिकता का जहर घोला है. इन्होने बापू और बिहार की बेटी दोनों को अपमानित किया है. अखिलेश यादव ने बिहार के सीएम नितीश कुमार से मामले पर करवाई करने को कहा है.
क्या है मानवता का संदेश?
देवी ने अपने इस विवादित अनुभव से एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है—मानवता सबसे बड़ा धर्म है. उनके मुताबिक, धर्म चाहे जो भी हो, हमें सबका सम्मान करते हुए एकता और भाईचारे के साथ आगे बढ़ना चाहिए.
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