उदित वाणी, जमशेदपुर: रघुवर दास ने ओडिशा के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. दास अब दोबारा सक्रिय राजनीति में लौटने की तैयारी कर रहे हैं. भाजपा के अंदर उन्हें एक बड़ा पद मिलने की संभावना जताई जा रही है.
मिजोरम के राज्यपाल को सौंपी गई ओडिशा की जिम्मेदारी
उनके इस्तीफे के बाद मिजोरम के राज्यपाल हरी बाबू कांभांपती को ओडिशा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. इसके साथ ही बिहार, केरल, मणिपुर और मिजोरम में भी नए राज्यपाल नियुक्त किए गए हैं.
ओडिशा के राज्यपाल पद पर नियुक्ति
रघुवर दास को 18 अक्टूबर 2023 को ओडिशा का राज्यपाल नियुक्त किया गया था. उस समय वे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे. इसके बाद उन्होंने 26 अक्टूबर 2023 को दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. 31 अक्टूबर 2023 को उन्होंने ओडिशा के राज्यपाल पद की शपथ ली थी.
जमीन से जुड़े नेता का सफर
रघुवर दास भाजपा के उन नेताओं में गिने जाते हैं, जो जमीन से जुड़े हुए हैं. सीतारामडेरा के बूथ स्तर के कार्यकर्ता से प्रदेश अध्यक्ष और झारखंड के मुख्यमंत्री तक का सफर उन्होंने तय किया. मुख्यमंत्री बनने से पहले वे कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे. दास झारखंड के पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया.
भाजपा में प्रभावशाली भूमिका
दास ने भाजपा संगठन में मंडल अध्यक्ष से लेकर प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तक की जिम्मेदारियां निभाईं. उन्हें दो बार राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया. 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें झारखंड का मुख्यमंत्री नियुक्त किया. वे 2014 से 2019 तक मुख्यमंत्री रहे. हालांकि, 2019 में पार्टी के चुनाव हारने के बाद उन्हें दोबारा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था.
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