उदितवाणी, चाईबासा: पूर्व सांसद और भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गीता कोड़ा ने जेपीएससी परीक्षा के विरोध में छात्रों पर की गई पुलिस की लाठीचार्ज कार्रवाई की कड़ी निंदा की है. उन्होंने इसे छात्रों के अधिकारों का उल्लंघन बताते हुए कहा कि यह शांतिपूर्ण प्रदर्शन को दबाने का एक गलत प्रयास था.
लोकतंत्र के खिलाफ कार्रवाई
गीता कोड़ा ने कहा कि ऐसे लाठीचार्ज की कार्रवाई लोकतंत्र और संविधान की मूल भावना के खिलाफ है. छात्रों को अपनी समस्याओं को उजागर करने का अधिकार है, और उनका विरोध शांतिपूर्ण था. सरकार ने छात्रों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन को दबाने के लिए हिंसा का सहारा लिया, जो पूरी तरह से असंवेदनशील और अवैध है.
न्यायिक जांच की मांग
उन्होंने झारखंड सरकार से आग्रह किया कि छात्रों की मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाए और जेपीएससी परीक्षा की न्यायिक जांच की जाए. साथ ही, उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच की भी मांग की. गीता कोड़ा ने कहा कि छात्रों का भविष्य महत्वपूर्ण है और उनकी समस्याओं का समाधान लोकतांत्रिक तरीके से किया जाना चाहिए.
भाजपा का समर्थन
भा.ज.पा. ने इस घटना की कड़ी निंदा की और छात्रों के पक्ष में खड़ा होने का संकल्प लिया. इस घटनाक्रम के बाद छात्रों और नागरिकों में राज्य सरकार के खिलाफ गहरी नाराजगी और असंतोष देखने को मिला है. विभिन्न छात्र संगठनों ने इस लाठीचार्ज की निंदा की है और सरकार से न्याय की मांग की है.
संवेदनशील मुद्दे पर एकजुटता की अपील
गीता कोड़ा ने नागरिकों और समाज से अपील की है कि इस संवेदनशील मुद्दे पर एकजुट होकर उचित समाधान के लिए आवाज उठाएं, ताकि छात्रों को न्याय मिल सके और ऐसे घातक कदम की पुनरावृत्ति न हो.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।