उदित वाणी, जमशेदपुर: शुक्रवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मंत्री बन्ना गुप्ता सहित पार्टी के दिग्गज स्व छब्बन के कदमा शास्त्रीनगर स्थित आवास पहुंच कर परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया. इस मौक पर मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपना एक अभिभावक खोया है उन्होंने अपना पुरा जीवन कांग्रेस पार्टी को समर्पित कर दिया था. उनकी शहादत को पार्टी कभी नहीं भुलेगी. इस मौक पर प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि स्व छब्बन की कमी पार्टी को हमेशा महसूस होगी. पार्टी ने एक सच्चा सिपाही खो दिया है. पार्टी के लिए उनके समर्पण को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा. इस मौके पर मौजूद सभी नेता स्व छब्बन की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रधांजली दी. मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चौधरी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, प्रवक्ता आलोक रंजन, विधायक कुमार जयमंगल, अजय सिंह, धर्मेद्र खटीक, प्रिंस सिंह, पुत्र रईस रिजवी छब्बन, सुरेश धारी सहित काफी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मौजूद थे.
बिष्टुपुर का अमर और जवाहर मार्केट स्व. छब्बन की देन
स्व. छब्बन हमेशा से आंदोलन कर गरीबों को उनका हक दिलाने में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते रहें हैं, स्व छब्बन और उनके जैसे कुछ जुझारु लोगों के आंदोलन का ही परिणाम है कि बिष्टुपुर का अमर और जवाहर मार्केट अस्तित्व में आया. 1987 में जिस वक्त बिष्टुपुर मुख्य मार्ग से फुटपाथ के दुकानदारों को हटाया जा रहा था उस वक्त स्व छब्बन दुकानदारों के समर्थन में जोरदार आंदोलन कर टाटा कंपनी और जिला प्रशासन को मजबूर कर दिया कि उनके लिए किसी तरह की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए. आखिरकार तत्कालीन एसपी अमर सिंह और टाटा प्रबंधन के साथ दुकानदारों का समझौता हुआ उसी का परिणाम है कि आज बिष्टुपुर एलआईसी बिल्डिंग के बगल में अमर मार्केट और जवाहर मार्केट अवस्थित हैं जहां सैकड़ों लोग अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं.
पुत्र को थमा गए अपनी राजनीतिक विरासत
स्व. एसआरए रिजवी छब्बन जब तक सार्वजनिक जीवन में रहे अपने सम्मान में कभी भी आंच आने नहीं दिया. अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने कांग्रेस से की और अंत समय तक कांग्रेस का ही दामन थामे रहें आज के समय में जहां लोग कपड़े की तरह पार्टी बदलते ही वहीं स्व छब्बन कभी भी अपने आदर्श से समझौता नहीं किया. ना सिर्फ अपने जीवन में बल्कि अपनी अगली पीढ़ी को भी कांग्रेस का दामन थमा गए. उनके पुत्र रईस रिजवी छब्बन भी वर्तमान कांग्रेस संगठन में प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के सचिव हैं. वे भी कांग्रेस में पिता की तरह ही सक्रिय रहते हैं.
आरसी ने छब्बन को दी श्रद्धांजलि
डॉ. श्रीकृष्ण सिन्हा संस्थान और सिटीजन फोरम के प्रधान सचिव डॉ. हरि बल्लभ सिंह आरसी ने एसआर रिजवी छब्बन के निधन पर दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि वे दोनों समुदायों के बीच सेतु का काम करने वाले शांतिदूत थे।
रूहानी मरकज ने दी श्रद्धांजलि
रूहानी मरकज की ओर से आज जुमे की नमाज के बाद सैयद रजा अब्बास रिजवी छब्बन को श्रद्धांजलि दी गई. मरकज के अध्यक्ष सह पूर्व विधायक हस रिजवी ने उन्हें जमीन से जुड़ा ईमानदार नेता बताया. उन्होंने दुख प्रकट करते हुए कहा कि कांग्रेस के लिए अपना जीवन वक्फ करने वाले इस जुझारू नेता को वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे. उन्होंने कहा कि अगर वे किसी दूसरे राजनीतिक दल में होते तो निश्चित रूप से एमपी या एमएलए होते. मौके पर आफाक अहमद निजामी सहित अन्य उपस्थित थे.
टाटा स्टील के अर्बन सर्विसेज ने सैयद रजा अब्बास रिजवी को किया याद
टाटा स्टील के अर्बन सर्विसेज के सभागार में शुक्रवार को सैयद रजा अब्बास रिजवी (छब्बन) के निधन पर एक शोक सभा संध्या आयोजित की गई. सभा की अध्यक्षता टाटा स्टील के ट्राइबल कल्चर एवं अर्बन सर्विसेस के प्रमुख जीरेन जेवियर टोप्नो की अध्यक्षता में हुई. इस सभा में प्रो अहमद बद्र, बद्रे आलम खलिश, अनवर अदीब, प्रो गौहर अजीज, रिजवान औरंगाबादी, आमना बेगम तथा खेल जगत और शहर के कई साहित्यकार, शायर तथा बुद्धिजीवी सम्मिलित हुए. सबने सैयद रजा अब्बास रिजवी को याद किया. प्रोफेसर अहमद बद्र ने कहा कि मदद मांगने वाले की सहायता तो बहुत लोग कर देते हैं लेकिन रिजवी साहब एक ऐसे इंसान थे जो बिना कहे भी हर किसी की सहायता करते थे. अनवर अदीब उनके जीवन भर के साथियों में से एक हैं. उन्होंने बताया कि मैं छब्बन साहब के साथ हर मौके पर रहा हूं. उनकी तमाम खूबियों को मैं जानता हूं. लेकिन बस इतना ही कहूंगा कि वे एक महान व्यक्ति थे. प्रो गौहर अजीज ने कहा की रिजवी साहब एक ऐसे व्यक्ति थे जिनके व्यक्तित्व के कई पहलू थे. इनके अलावा रिजवान औरंगाबादी, बद्रे आलम खलिश तथा दूसरे कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए. सभा की अध्यक्षता करते हुए वीरेन जेवियर टोप्नो ने कहा कि छब्बन साहब को भुलाया नहीं जा सकता. यदि हो सका तो हम उनकी याद में साहित्य जगत में उनके नाम से एक अवार्ड देने का प्रयास करेंगे. मौके पर करीम सिटी कॉलेज के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज का भेजा हुआ शोक संदेश भी पढ़ कर सभा को सुनाया गया. सभा के अंत में रिजवी साहब की याद में दो मिनट का मौन रखा गया.
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