उदित वाणी, जमशेदपुर: झारखंड का सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक दलमा वन्य अभ्यारण्य कोरोना काल के बाद फिर से पर्यटकों के लिए सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बन गया है कोरोना के बाद रिकॉर्ड 30 हजार पर्यटक केवल तीन माह में दलमा पहुंचे है. जिससे पिछले दो साल का रिकॉर्ड टूट गया है. दलमा वन्यजीव अभयारण्य में आम तौर पर सालाना 45 हजार तक की भीड़ पहुंचती है, लेकिन इस बार दलमा की भीड़ ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. इस बार दलमा में हाथियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. अबतक 85 हाथी अलग-अलग झुंड में दलमा के विभिन्न जलाशयों के पास मंडरा रहे हैं. हाथियों के झूंड को देख कर पर्यटक सबसे ज्यादा रोमांचित हो रहे हैं. हाथी का झुंड भी आसानी से लोगों को दिख रहा है.
दलमा में तीन डिग्री कम रहता है तापमान
दलमा में शहर के तापमान से तीन से चार डिग्री सेल्सियस तापमान कम रहता है. घने जंगल में लोगों को गर्मी से राहत मिलती है. रात में पिंडरबेड़ा गेस्ट हाउस से जमशेदपुर का लोग नजारा देखने भी जाते हैं, जहां से जमशेदपुर शहर एक सैटेलाइट की तरह जगमगाता हुआ दिखता है. इस बार भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए भी लोगों का यहां आना अन्य समय से ज्यादा रहा. दलमा एलिफेंट सेंक्चुरी में हाथियों के अलावा हिरण, कोटरा, लकड़बग्घा, भालू, मोर सहित अन्य जंगली जानवर देखने को मिलते हैं.
15 जून तक फुल है बुकिंग
दलमा में पर्यटकों की भीड़ के चलते सभी गेस्ट हाउस 15 जून तक फुल है. पर्यटकों की अत्यधिक भीड़ शनिवार और रविवार को अधिक होती है। दलमा गेस्ट हाउस में जगह नहीं मिलने पर वे लोग हाइवे के होटलों में भी ठहरते हैं.
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