उदित वाणी, घाटशिला: घाटशिला प्रखंड के काशिदा पंचायत अंतर्गत विक्रमपुर में बुधवार को गैस गोदाम के सामने पीसीसी सड़क निर्माण कार्य शुरू किया गया. यह सड़क ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ₹8.40 लाख की लागत से 1000 फीट लंबी बनाई जा रही है. निर्माण कार्य विधायक निधि से स्वीकृत है, और इसकी देखरेख पंचायत की उपमुखिया लक्ष्मी सिंह के जिम्मे है.
कार्य प्रारंभ होते ही विरोध
बुधवार को जब संवेदक ने काम शुरू किया, तो मोहल्ले के लोगों ने घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया. ग्रामीणों ने कहा कि विधायक रामदास सोरेन के प्रयासों से स्वीकृत यह सड़क क्षेत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन निर्माण की शुरुआत में ही लापरवाही बरती जा रही है.
ग्रामीणों के आरोप
- संवेदकद्वारा सड़क पर डस्ट बिछाकर उसी पर ढलाई कर दी जा रही है.
- ढलाईमें उपयोग की जा रही सामग्री बेहद घटिया है.
- ग्रामीणोंका दावा है कि ऐसी सड़क दो महीने भी नहीं टिक पाएगी.
ग्रामीणों ने निर्माण स्थल पर मापी करके खुद स्थिति की जांच की और मांग की कि संवेदक पहले प्राक्कलन (निर्माण योजना) दिखाएं.
उपमुखिया का हस्तक्षेप
विवाद की सूचना मिलते ही पंचायत की उपमुखिया लक्ष्मी सिंह मौके पर पहुंचीं. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि सड़क का निर्माण उनकी संतुष्टि के अनुसार ही किया जाएगा. उन्होंने कहा, “यह सड़क ग्रामीणों के लिए स्वीकृत की गई है. यदि प्राक्कलन दिखाने की आवश्यकता है, तो वह भी दिखाया जाएगा. किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी.”
प्रमुख प्रदर्शनकारी और उनकी मांगें
घटिया निर्माण सामग्री का विरोध करने वालों में शंकर चौधरी, प्रदीप दत्ता, भूपेंद्र प्रसाद, विश्वनाथ कार्जी, अश्विनी सरदार और युगल सरदार सहित कई ग्रामीण शामिल थे. उनका कहना था कि क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण निर्माण की आवश्यकता है, और इसके लिए वे पूरी पारदर्शिता चाहते हैं.
सवालों के घेरे में निर्माण प्रक्रिया
ग्रामीणों की सतर्कता ने विधायक निधि से हो रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. अब देखना यह है कि क्या संबंधित विभाग और ठेकेदार ग्रामीणों की अपेक्षाओं पर खरा उतरते हैं या नहीं.
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