उदित वाणी जमशेदपुर : दीपावली के अवसर पर पटाखों से जलने के छोटे-बड़े 13 लोग एमजीएम अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे। डॉक्टरों के अनुसार, इनमें से कोई भी व्यक्ति गंभीर रूप से घायल नहीं था। सभी को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। एमजीएम अस्पताल के बर्न यूनिट के एचओडी डॉ. ललित मिंज ने बताया कि पिछले साल दीपावली पर 17 बच्चे जलने के मामलों के साथ अस्पताल आए थे, इसलिए इस बार विशेष सावधानी बरतते हुए 15 बेड सुरक्षित रखे गए थे।
हालांकि, इस बार किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत नहीं आई। इस बार दीपावली पर पटाखों से जलने के मामलों में कमी देखी गई है, जो जनता में बढ़ती जागरूकता का परिणाम माना जा सकता है। डॉक्टरों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके।
इधर, शुक्रवार देर शाम एक विशेष मामला सामने आया जब कदमा के शास्त्री नगर ब्लॉक नंबर 4 से 8 वर्षीय अंशु कुमार को चेहरा जलने के कारण एमजीएम अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों की टीम अंशु का उपचार कर रही है, और फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। दीपावली के दौरान हुई इन घटनाओं के बावजूद अधिकांश मामूली चोटें ही सामने आईं, जो राहत का संकेत है।
अस्पताल प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया है कि वे पटाखों का इस्तेमाल करते समय विशेष सावधानी बरतें और बच्चों को इसके खतरों के प्रति जागरूक करें।
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