मुख्य बिंदु
– प्रधानमंत्री मोदी ने टाटानगर में 660 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे परियोजनाओं की रखी आधारशिला
– टाटा-पटना वंदे भारत समेत झारखंड से होकर चलनेवाली छह वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखा किया रवाना
– 32,000 पीएमएवाई-जी लाभार्थियों को मिले स्वीकृति पत्र , 32 करोड़ की सहायता की पहली किस्त जारी
पीएम के बोल
– झारखंड में भारत का सबसे समृद्ध राज्य बनने की क्षमता, हमारी सरकार विकसित झारखंड के लिए प्रतिबद्ध
– सबका साथ, सबका विकास के मंत्र ने देश की सोच और प्राथमिकताओं को बदला है
– पूर्वी भारत में रेल संपर्क के विस्तार से पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
ृ देश भर में आदिवासी भाई-बहनों के लिए चलाई जा रही है पीएम जनमन योजना
उदित वाणी संवाददाता
जमशेदपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार 15 सितंबर 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन पर टाटा – पटना वंदे भारत समेत ऐसी छह ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जो झारखंड से होकर चलेंगी.
इस मौके पर उन्होंने 660 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न रेलवे परियोजनाओं का शिलान्यासकिया और उन्हें राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवासयोजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के 32 हजार लाभार्थियों को मंजूरी पत्र भी वितरित किए।
इस अवसर पर अपनी शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज झारखंड को छह नई वंदे भारत ट्रेनों, 600 करोड़ रुपये से अधिक की विकासपरियोजनाओं और पीएम आवास योजना के तहत राज्य के लोगों के लिए पक्के घरों की सौगात मिली है।
मोदी ने इन परियोजनाओं के लिए झारखंड के लोगों और इन वंदे भारतट्रेनों के माध्यम से कनेक्टिविटी पाने वाले अन्य राज्यों को भी बधाई दी। उस समय को याद करते हुए, जब आधुनिक विकास केवल कुछ राज्यों तक ही सीमित था और झारखंड जैसे राज्य पीछे छूट गए थे, प्रधानमंत्री ने कहा कि, सबका साथ सबका विकास’ के मंत्र ने देश की सोच औरप्राथमिकताओं को बदल दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हर राज्य और हर शहर, संपर्क व्यवस्था को और मज़बूत करने के लिए वंदे भारत ट्रेन चाहता है। उन्होंने कुछ दिन पहले उत्तर और दक्षिण भारत के राज्यों के लिए तीन नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के अवसर को याद किया और आज छह नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने का उल्लेख किया, जो पहले ही अपनी यात्रा शुरू कर चुकी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूर्वी भारत में रेल कनेक्टिविटी के विस्तार से क्षेत्र की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और व्यवसायों, पेशेवरों और छात्रों को काफी लाभ होगा।
छह नई वंदे भारत ट्रेनों के चलने से सांस्कृतिक गतिविधियों में होने वाली बढ़ोत्तरी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और दुनिया से बड़ी संख्या में काशी आने वाले तीर्थयात्रियों को अबवाराणसी-देवघर वंदे भारत ट्रेन के शुरु होने से, देवघर में बाबा बैद्यनाथ के दर्शनकरने का भी मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और टाटानगर के औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे युवाओं के लिएरोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
मोदी ने विभिन्न विकास परियोजनाओं की ओर ध्यान आकर्षित करते हुएकहा कि, तेज़ गति सेविकास के लिए, आधुनिक रेलवे बुनियादी ढांचा बेहद जरूरी है।
उन्होंने देवघरजिले में मधुपुर बाई पास लाइन की आधारशिला रखने का उल्लेख किया, जिससे हावड़ा-दिल्ली मेनलाइन परट्रेनों की रुकावट से बचने में मदद मिलेगी और गिरिडीह और जसीडीह के बीच यात्रा समयको कम करने में भी सहायता मिलेगी। उन्होंने हज़ारीबाग़ जिले में हज़ारीबाग़ टाउन कोचिंग डिपो का भी ज़िक्र किया, जो इस स्टेशनपर कोचिंग स्टॉक के रखरखाव की सुविधा में मदद करेगा।
उन्होंने कहा किकुरकुरा-कानारोन लाइन के दोहरीकरण से झारखंड में रेल संपर्क को बढ़ावा मिलेगा और इस्पात उद्योगों की कनेक्टिविटीमजबूत होगी।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि केंद्र ने झारखंड की समग्र प्रगतिऔर विकास सुनिश्चित करने के लिए निवेश बढ़ाने के साथ-साथ विकास कार्यों की गति भी बढ़ा दी है। मोदी ने कहा कि इस साल के बजट में, राज्य केरेलवे बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए झारखंड को 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की मंजूरी दी गई, जो 10 साल पहले आवंटित बजट की तुलना में 16 गुना अधिक है। उन्होंने लोगों को रेलवे बजट बढ़ाने के फायदों के बारे में भी बताया – चाहेवह नई लाइनों का विकास हो या लाइनों का विद्युतीकरण या लाइनों का दोहरीकरण यास्टेशनों में नए बुनियादी ढांचे का विकास हो, हर क्षेत्र में काम तेजी से चल रहा है।
मोदी ने झारखंड की, उन राज्यों में से एक होने के लिएसराहना की, जहां रेलवेलाइनें 100 प्रतिशत विद्युतीकृत हैं।
मोदी ने खास तौर पर इस बात का ज़िक्र किया किअमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना के तहत झारखंड में 50 से अधिक रेलवे स्टेशनों काकायाकल्प किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि प्रधान मंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) की पहली किस्त आज शुरू की जारही है, जिससे हजारों लाभार्थियों के लिए पक्के घर सुनिश्चित हो सकेंगे। उन्होंनेकहा कि पीएमएवाई-जी के साथ शौचालय, पेयजल, बिजली, गैस कनेक्शन की अन्यसुविधाएं भी प्रदान की गईं है।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि वर्ष 2014 के बाद से देश के गऱीब, दलित, वंचितों और आदिवासीपरिवारों को सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने झारखंड सहित पूरे देश में आदिवासी समुदाय के लिए चलाई जा रही पीएम जनमन योजना के बारे में बात की। श्री मोदी ने कहा कि इस योजना केमाध्यम से उन जनजातियों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है, जो बेहद पिछड़ी हैं। अधिकारी खुद ऐसे परिवारों तक पहुंचते हैं और उन्हें घर, सडक़, बिजली, पानी और शिक्षा की सुविधाएं प्रदानकरते हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह की कोशिशें, सरकार के विकसित झारखंड के संकल्पका हिस्सा हैं। संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि ये संकल्प जरूर पूरेहोंगे और जनता के आशीर्वाद से झारखंड के सपने भी साकार होंगे।
उन्होंने झारखंड के लोगों के समक्ष अपनी विनम्र माफी मांगते हुए कहा कि वे खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर की आवाजाही बाधित होने के कारण कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित नहीं हो सके और उन्हें आज की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग केज़रिए करना पड़ा।
इस मौके पर झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित थे।
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