झारखंड समेत 5 राज्यों की जनजातीय शिल्प और कला का प्रदर्शन
उदित वाणी, जमशेदपुरः टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा आयोजित साप्ताहिक प्रदर्शनी जोहार हाट के दसवें संस्करण का समापन शुक्रवार 20 अक्टूबर को होगा. कदमा के प्रकृति विहार में आयोजित प्रदर्शनी में झारखंड, ओडिशा और महाराष्ट्र के 5 से अधिक आदिवासी समूह शामिल हो रहे हैं.
संथाल, हो, गौंड, भूमिज आदि का प्रतिनिधित्व करने वाले उद्यमियों ने भाग लिया. इस महीने की प्रदर्शनी "सोहराई का सार" विषय पर आधारित है. सोहराई एक फसल उत्सव है, जिसे झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में पशु उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है. सप्ताह के दौरान सोहराई पेंटिंग, जूट शिल्प, आदिवासी व्यंजन आदि पर कई कार्यशालाएं भी आयोजित की गईं. जोहार हाट की परिकल्पना हर महीने एक सप्ताह तक चलने वाली प्रदर्शनी के माध्यम से भारत भर में जनजातियों की कला, शिल्प, व्यंजन और संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए एक समर्पित स्थान बनाने के लिए की गई थी.
जोहार हाट का पहला संस्करण इसी साल जनवरी में
आयोजित किया गया था. जोहार हाट में जनजातीय वस्त्र के अलावा जनजातीय फ्यूजन परिधान, जनजातीय आभूषण, आदिवासी पेंटिंग, लकड़ी के शिल्प, झारखंडी व्यंजन और चिकित्सा के स्टॉल लगे हैं.
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