उदित वाणी,जमशेदपुर: टाटा स्टील ने सोमवार को संगठन के सीनियर लीडर्स के लिए जैव विविधता पर एक कार्यशाला का आयोजन किया. इस कार्यशाला में टाटा स्टील के 60 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया.
कार्यशाला का संचालन द बायोडायवर्सिटी कंसल्टेंसी (टीबीसी) के सदस्यों द्वारा किया गया था. कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य प्रतिभागियों को जैव विविधता की व्यापक समझ और वैश्विक कारोबार परिदृश्य में इसकी प्रासंगिकता प्रदान करना था. कार्यशाला में जैव विविधता जोखिम प्रबंधन के संबंध में बिज़नेस के भविष्य की अपेक्षाओं पर भी चर्चा हुई. प्रतिभागियों ने संगठन में सर्वोत्तम अभ्यासों को एकीकृत करने के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रभावी जैव विविधता जोखिम प्रबंधन अभ्यासों में बहुमूल्य जानकारी प्राप्त की.
सतत विकास पर जोर देना होगा-राजीव मंगल राजीव मंगल, वाइस प्रेसीडेंट, सेफ्टी, हेल्थ एंड सस्टेनेबिलिटी, टाटा स्टील ने दर्शकों को संबोधित करते हुए नेचुरल बेस्ड सॉल्यूशन (एनबीएस), भौतिकता अभ्यास और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों के महत्व और कंपनी की अटूट प्रतिबद्धता पर विशेष जोर दिया. साथ ही जिम्मेदार और सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया.
कार्यशाला में नेचर- पॉजिटिविटी और नेट-जीरो पर्यावरणीय प्रभाव की गंभीरता पर चर्चा की गई. उपस्थित लोगों ने कंपनी की वर्तमान स्थिति की पहचान और इन लक्ष्यों की दिशा में प्रगति जारी रखने के लिए आवश्यक प्रमुख कार्यों की रूपरेखा तैयार की.
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