उदित वाणी, आदित्यपुर: आदित्यपुर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अपनी बदहाली पर आँशू बहा रहा है. अस्पताल में न तो आवश्यक दवायें उपलब्ध है तथा न हीं आवश्यक चिकित्सकीय उपकरण हीं हैं. वहीं, अस्पताल में चिकित्सकीय सुविधाओं की भी भारी कमी है. परिणामस्वरुप विभिन्न प्रकार की बीमारियों का उपचार कराने हेतु यहाँ आने वाले महिला-पुरुषों और बच्चों को काफी परेशानियाँ झेलनी पड़ती है.
महिला प्रसव केन्द्र में बेड की कमी बड़ी समस्या
आदित्यपुर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के महिला प्रसव केन्द्र में बेड की कमी भी बड़ी समस्या है. अस्पताल आने वाली गर्भवती महिलाओं को दूसरे अस्पताल भेज दिया जाता है, ताकि सुरक्षित तरीके से उनका प्रसव सुनिश्चित हो सके. परन्तु महिला प्रसव केन्द्र में बेड की संख्या बढ़ाने हेतु ठोस पहल नहीं की जा रही है.
जल-जमाव के कारण मच्छर जनित बीमारियों के फैलने की संभावना
आदित्यपुर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के अन्दर और बाहर गन्दगी का साम्राज्य व्याप्त है. वहीं, अस्पताल परिसर तथा अस्पताल के प्रवेश द्वार के सामने उभर आये गड्ढ़ों में गन्दे पानी का जमाव लगा रहता है, जिसके कारण मच्छरजनित बीमारियों के प्रसार की संभावना बढ़ गई है. यह स्थिति तब है, जबकि डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियों के प्रसार की संभावना अत्यधिक बनी हुई है.
स्वास्थ्य मंत्री से अस्पताल की बदहाली दूर कराने की माँग
आदित्यपुर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की बदहाली को दूर कराने हेतु तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विशेष कुमार उर्फ बाबू ताँती के द्वारा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ताा को पत्र भेजा गया है. पत्र में अस्पताल की क्षमता में बढ़ोतरी कर इसे 100 बेड का अस्पताल बनाने तथा अस्पताल में अनुभवी चिकित्सक और नर्स के साथ-साथ ड्रेसर और सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाने का भी अनुरोध किया गया है.
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