उदित वाणी, रांची: भाजपा द्वारा प्रदेश अध्यक्ष बदलने के बाद प्रतिद्वंदी पार्टी कांग्रेस में भी प्रदेश अध्यक्ष बदलने की चर्चा जोरों पर है तथा प्रदेश कांग्रेस के लगभग आधे दर्जन नेता अध्यक्ष पद की लॉबीइंग करने में जुटे हैं। बताया गया है कि आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनावों को साधने की तैयारी में मोहरे सजाया जा रहा है।
भाजपा ने झारखंड में पार्टी की कमान आदिवासी चेहरा के रूप में बाबूलाल मरांडी को सौंपा है। इसके बाद कांग्रेस के भीतरखाने में भी आदिवासी चेहरे को लेकर रेस तेज हो गया है। यद्यपि प्रदेश कांग्रेस की दौड़ में गैर आदिवासी दो बड़े नेता भी शामिल हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर आदिवासी चेहरे के रूप में पुराने कांग्रेसी नेता कालीचरण मुण्डा के अलावा पूर्व मंत्री बंधू तिर्की व सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा दिल्ली दरबार में तगड़ी लॉबीइंग कर रहे हैं।
वहीं ज्ञात हो कि कालीचरण मुंडा तमाड़ से पूर्व विधायक और कांग्रेस के पूर्व धाकड़ नेता स्व मुचीराय मुण्डा के पुत्र हैं। मुचीराय मुंडा अविभाजित बिहार सरकार में मंत्री थे और झारखंड क्षेत्र से कांग्रेस के पुराने झंडाबरदार रहे हैं। खूंटी संसदीय क्षेत्र से कालीचरण पिछले लोकसभा चुनाव में केन्द्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा से मामूली वोटों के अंतर से चुनाव हार गये थे। बताया जा रहा है कि आलाकमान की कालीचरण पर नजरें इनायत है।
जबकि सांसद गीता कोड़ा और बंधू तिर्की भी नये नेता के रूप में अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर रहें हैं। वहीं गैर आदिवासी चेहरे में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय व पूर्व सांसद सह पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा अजय कुमार का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।
बंधू पहुंचे बाबा फौजदारीनाथ के दरबार
इधर झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री बंधु तिर्की शुक्रवार को बासुकिनाथ धाम पहुंचे और बाबा फौजदारीनाथ की विधिवत पूजा-अर्चना की। तिर्की ने शीघ्रदर्शनम का टोकन लेकर जलार्पण किया। मंदिर के पुरोहित कुंदन झा ने विधि विधान के साथ पूजा करायी। गौरतलब है कि बाबाधाम की तरह दुमका जिले में स्थित बासुकीनाथ मंदिर भी प्रसिद्ध है। देवघर आने वाले श्रद्धालु बासुकीनाथ पहुंचना जरूरी बताया गया है। बासुकीनाथ को फौजदारी बाबा भी कहा जाता है।
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