उदित वाणी, जमशेदपुर : जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को इंटर में नामांकन नहीं लिए जाने को लेकर खूब हंगमा हुआ। छात्राओं व छात्र नेताओं ने आरोप लगाया कि झारखंड सरकार के आदेश के बाद भी जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में अभी तक इंटरमीडिएट नये सत्र में नामांकन को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है और न ही इस संबंध में छात्राओं और अभिभावकों को कोई ठोस सूचना दी जा रही है।
इसे लेकर शुक्रवार को छात्राएं एनएसयूआई के प्रदेश संयोजक प्रभजोत सिंह राठौर के नेतृत्व में प्रदर्शन करने पहुंचे। इस दौरान उनकी सिक्यूरिटी गार्ड से नोंक-झोंक हो गई। प्रभजोत सिंह राठौर ने आरोप लगाया कि गार्ड ने छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किया। इसपर विवाद और बढ़ गया। दरअसल इंटर में नामांकन न शुरू होने से छात्राएं परेशान हैं। एडमिशन के लिए छात्राएं और अभिभावक यूनिवर्सिटी कैंपस का चककर लगा रहे हैं। वहीं यूनिवर्सिटी के इंटरमीडिएट सेक्शन में कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की भी चिंता बढ़ती जा रही है। इसी को लेकर शुक्रवार को विरोध-प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन के दौरान प्रभजोत सिंह ने गार्ड पर लाठी-डंडा दिखा कर डराने-धमकाने का भी आरोप लगाया। साथ ही संगठन ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाया है। संगठन की ओर से कहा गया है कि शहर के अन्य कॉलेजों में इंटमीडिएट में एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. जबकि वीमेंस यूनिवर्सिटी प्रशासन के नामांकन शुरू नहीं किया जा रहा है. इस संबंध में बात करने पर यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से कहा जा रहा है कि यहां एडमिशन संभव नहीं है.
विवि होने के नाते शुरू नहीं हो रहा इंटर में नामांकन
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से बताया गया है कि इंटरमीडिएट नये सत्र में एडमिशन को लेकर सरकार की ओर से कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है. चूंकि अब कॉलेज को यूनिवर्सिटी का दर्जा प्राप्त हो चुका है और यूनिवर्सिटी में इंटमीडिएट की पढ़ाई नहीं होती है. नयी शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों का हवाला देते हुए बताया गया है कि नौवीं से 12वीं तक की पढ़ाई स्कूली शिक्षा के अंतर्गत आती है. ऐसे में यूनिवर्सिटी में इंटरमीडिएट की पढ़ाई संभव नहीं है. एक सवाल पर यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से बताया गया है कि पिछले वर्ष सरकार की ओर से इंटरमीडिएट में एडमिशन लेने का निर्देश प्राप्त हुआ था, इस वजह से एडमिशन लिया गया था.
इस वर्ष सरकार ने जो निर्देश निर्गत किया है, उसमें अंगीभूत व संबद्धता प्राप्त कॉलेजों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई जारी रखने को कहा गया है. उसमें यूनिवर्सिटी में इंटरमीडिएट की पढ़ाई जारी रखने के संबंध में कोई निर्देश नहीं दिया गया है.
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