उदित वाणी, जमशेदपुर: करीम सिटी कॉलेज की साहित्यिक एवं अकादमिक संस्था कैड के तत्वावधान में व्याख्यान का आयोजन हुआ. व्याख्यान का विषय था-साहित्य का समाज पर प्रभाव.
मुख्य वक्ता चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ (यूपी) के उर्दू विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) असलम जमशेदपुरी थे. उन्होंने कहा कि साहित्य और समाज का संबंध अटूट है. साहित्य हमेशा समाज की कोख से जन्म लेता है और कमाल की बात यह है कि वह समाज को ही प्रभावित करता है.
परंतु विशेष बात यह है कि साहित्य के जन्म लेने और समाज को प्रभावित करने के क्रम में वह नवनिर्माण करता है. इस संदर्भ में उन्होंने भारत के कई प्रमुख साहित्यकारों की कृतियों का उल्लेख करते हुए उदाहरण प्रस्तुत किया.
कार्यक्रम का शुभारंभ “कैड” की इंचार्ज डॉ संध्या सिन्हा के स्वागत भाषण से हुआ. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने मुख्य अतिथि तथा सभा में उपस्थित लोगों का स्वागत किया. उन्होंने बताया कि प्रो असलम जमशेदपुरी हमारे एल्यूमनाई हैं.
इस संस्था से शिक्षा प्राप्त कर देश के बड़े पदों पर जाकर इतिहास गढ़ने वाले विद्यार्थियों का नाम जिस सूची में लिखा जाएगा, उसमें प्रोफेसर असलम जमशेदपुरी का नाम सरे फेहरिस्त होगा. मेरठ से आए हुए डॉ इरशाद सानवी ने मुख्य अतिथि का परिचय कराते हुए उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि प्रोफेसर साहब की 50 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं.
सभा में डॉ याहिया इब्राहिम, डॉ एससी गुप्ता, डॉ जकी अख्तर, इंद्रसेन सिंह तथा प्रो मोहम्मद ईसा के अलावा कई शिक्षक और छात्र-छात्राएं मौजूद थे. कार्यक्रम के अंत में प्रो अहमद बद्र ने धन्यवाद ज्ञापन किया. कार्यक्रम के आयोजन में सैयद साजिद परवेज का विशेष योगदान रहा.
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