- सप्ताह भर चलने वाला जोहार मेला का आयोजन हर माह होगा
- टाटा स्टील के वीपीसीएस चाणक्य चौधरी ने किया उदघाटन
उदित वाणी, जमशेदपुर: जनजातीय कला, शिल्प, भोजन और प्रतिभा को प्रोत्साहित करने और उन्हें बाजार उपलब्ध कराने के लिए टाटा स्टील फाउंडेशन ने शनिवार 14 जनवरी को कदमा के प्रकृति विहार में जोहार हाट का शुभारंभ किया. टाटा स्टील के वीपी (कारपोरेट सर्विसेस) और टाटा स्टील के निदेशक चाणक्य चौधरी ने जोहार हाट का उदघाटन किया.
उन्होंने कहा कि टाटा स्टील फाउंडेशन पिछले कुछ वर्षों से इस हाट को लाने की कोशिश कर रहा है. हम आदिवासी संस्कृति और पहचान को बढ़ावा देने के लिए हर साल संवाद जैसे बड़े कार्यक्रम करते रहे हैं. हम निवासियों से और अधिक भागीदारी देखना चाहते हैं. हमारा लक्ष्य हर महीने इसी अवधि के दौरान जोहर हाट आयोजित करना है.
उन्होंने कहा कि जोहार हाट, भारत भर की जनजातियों की सर्वश्रेष्ठ कला, शिल्प, भोजन और प्रतिभा के लिए समर्पित होगा. यह जमशेदपुर के नागरिकों के लिए एक उपहार है. साथ ही साथ जनजातियों की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने और मनाने के लिए भी है. चौधरी ने कहा कि हाट में विभिन्न जनजातियों के कारीगर और रसोइया एक विशाल सांस्कृतिक अनुभव का निर्माण करेंगे जो समुदायों के लिए आर्थिक लाभ और उद्यमशीलता में मददगार होगा.
हाट में यह होगा
हाट में लाइव प्रदर्शन, मास्टर क्लास, कहानी सत्र, सिनेमा और घर की साज-सज्जा, हथकरघा और वस्त्र, आभूषण, पेंटिंग और जैविक उत्पादों की बिक्री के साथ शानदार भोजन. यह जमशेदपुर में आदिवासी शिल्प और व्यंजनों के लिए पहले ‘विविध बाज़ार’ के रूप में काम करेगा.
इन प्रदेशों के स्टॉल होंगे
हाट में कुल 8 स्टॉल लगाए गए हैं, जिसमें से सात स्टॉलों पर विभिन्न प्रदेशों के जनजातीय हस्तशिल्प को प्रदर्शित किया गया है. इस बार के हाट में अरूणांचल प्रदेश, छतीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड और मध्य प्रदेश लगे हैं. हर माह अलग-अलग प्रदेशों के स्टॉल होंगे. संडे की शाम को जनजातीय संगीत का आयोजन होगा, ताकि हाट में लोग आ सके. इस बार का प्रमुख आकर्षण ट्राइबल फैशन ज्वेलरी (वांचो ट्राइब, अरुणाचल प्रदेश), डोकरा क्राफ्ट (मुरिया ट्राइब, छत्तीसगढ़), नवजीवन को-ऑपरेटिव (हो ट्राइब, ओडिशा) हैं.
मेला के लिए स्थायी संरचना
कदमा के प्रकृति विहार में स्थायी स्ट्रक्चर बनाया गया है, जिसमें हर माह यह हाट लगेगा. मेला में डाइनिंग हॉल भी बनाया गया है, ताकि कोई लंच और डिनर कर सके. अगर कोई इन जनजातीय खानों को पैक कराकर घर ले जाना चाहे, तो वह भी ले जा सकता है.
समारोह में ये थे मौजूद
समारोह में टाटा स्टील की वीपी (एचआरएम) आत्रेयी सान्याल, वीपी (आयरन मेकिंग) टाटा स्टील उत्तम सिंह, सौरव रॉय, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, टाटा स्टील फाउंडेशन, देबदूत मोहंती, मुख्य कॉर्पोरेट अधिकारी, टाटा स्टील कलिंगनगर समेत मुकुल विनायक चौधरी, प्रमुख, खेल उत्कृष्टता केंद्र, डॉ सुधीर राय, महाप्रबंधक, चिकित्सा सेवाएं, टाटा स्टील, प्रणय सिन्हा, मुख्य कॉर्पोरेट सेवाएं, टाटा स्टील जमशेदपुर, अरविंद कुमार सिन्हा, मुख्य सुरक्षा और ब्रांड संरक्षण, सीआर मांझी, प्रबंध समिति, जनजातीय संस्कृति समाज, वीणापाणी महतो, प्रबंध समिति, जनजातीय संस्कृति मौजूद थे.
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