उदित वाणी, जमशेदपुर: श्रीनाथ विश्वविद्यालय में सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा मकर संक्रांति का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वंदना के साथ हुआ। मकर संक्रांति तथा टुसू पर्व के बारे में संक्षिप्त जानकारी देते हुए सहायक प्राध्यापक संगीता महतो ने कहा कि झारखंड की पहचान खनिज के साथ कृषि को लेकर भी है।
टुसू को हम अपनी बेटी की तरह मानते हैं और उन्हें हम अगहन संक्रांति के दिन घर लाते हैं। मकर संक्रांति के दिन विसर्जन करते हैं। और इस अवसर को हम एक उत्सव की तरह मनाते हैं। डीएलएड की छात्रा कविता महतो ने टुसू पर्व के अवसर पर गाए जाने वाली संगीत की प्रस्तुति दी। इसके उपरांत छात्र-छात्राओं ने देशभर में मकर संक्रांति को अलग-अलग हिस्से में जिन परिधानों के साथ मनाया जाता है। उन परिधानों में जोड़े में आकर रैंप वॉक किया।
छात्र मोहित सिंह ने पावर पॉइंट के द्वारा देशभर में मनाए जाने वाले पर्व मकर संक्रांति को अलग-अलग तरीके से मनाने की प्रथा को प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं ने कई रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति गुरुदेव महतो ने सभी को मकर संक्रांति की बधाई देते हुए कहा कि हमारे विद्यार्थियों ने इस अवसर पर काफी मेहनत किया है और वे सभी बधाई के पात्र हैं।
साथ ही उन्होंने मकर संक्रांति के ऊपर विस्तृत चर्चा किया। इस अवसर पर कुलपति डॉ गोविंद महतो ने अपने संबोधन में कहा कि हमारा देश साधु-संतों का देश है जहां प्रकृति साधु-संतों तथा देवी देवताओं की पूजा होती है। अनुग्रहण और विसर्जन हमारी संस्कृति रही है, उन्होंने अपने वक्तव्य में यह भी कहा कि मकर संक्रांति पर्व एक ऐसा पर्व है जो पूरे भारतवर्ष में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है जिससे पता चलता है कि भारत में कितनी विविधता हैं।
इस अवसर पर संस्था के संस्थापक शंभू महतो, कुलसचिव डॉ भाव्या भूषण, श्रीनाथ विश्वविद्यालय के सभी विभाग के सहायक प्राध्यापक तथा छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।