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- कोल्हान विश्वविद्यालय में हुई एफिलिएशन कमेटी की बैठक, लिए गए कई अहम निर्णय
उदित वाणी, जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय मैं सोमवार को दो आम बैठक का आयोजन किया गया। पहली बैठक कोल्हन विश्वविद्यालय के एफीलिएशन कमेटी की हुई। इसमें कई कॉलेजों में नए कोर्स के संचालन को लेकर सहमति बनी और कॉलेजों को एनओसी प्रदान किया गया। इसके बाद सिंडिकेट की बैठक आयोजित की गई। इसमें एफीलिएशन कमेटी द्वारा लिए गए निर्णय को हरी झंडी दी गई।
बैठक में तय किया गया कि केएमपीएम वोकेशनल कॉलेज में अब विज्ञान विषय में चार वर्षीय स्नातक कोर्स की भी पढ़ाई कराई जाएगी। यह पहली बार है जब यह पूर्ण रूप से स्नातक स्तरीय मेजर विषय के साथ चार वर्षीय यूजी कोर्स का संचालन किया जा रहा है। अबतक इस कॉलेज में वोकेशनल कोर्स का ही संचालन किया जाता था। कोल्हान विश्वविद्यालय से संबद्धता प्राप्त इस कॉलेज को भौतिकी विषय में मेजर करने के लिए चार वर्षीय स्नातक कोर्स संचालन की अनुमति दे दी गई है। सोमवार को कोल्हान विश्वविद्यालय में हुई एफिलिएशन कमेटी की बैठक में इसकी स्वीकृति प्रदान की गई।
कुलपति प्रो. गंगाधर पंडा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में सत्र 2023-27 के लिए बीएससी नर्सिंग कोर्स का संचालन करने की भी स्वीकृति प्रदान की गई। हालांकि एफिलिएशन कमेटी ने बीएससी नर्सिंग कोर्स शुरू करने की यह सहमति कुछ शर्तों के साथ दी है। वहीं, एमबीएनएस कॉलेज को भी नर्सिंग कोर्स के संचालन के लिए एनओसी प्रदान कर दी गई है। इसी के साथ एजेके कॉलेज चाकुलिया में फिजियोथेरेपी का नया कोर्स शुरू करने के लिए भी एफिलिएशन कमेटी की ओर से एनओसी प्रदान कर दी गई है। इन सभी कॉलेजों को कोर्स संचालन के लिए एफिलिएशन कमेटी की ओर से स्वीकृति प्रदान किए जाने के बाद सिंडिकेट में सहमति उपरांत सरकार को प्रस्ताव भेज दिया जाएगा।
सोमवार को कोल्हान विवि मुख्यालय चाईबासा में हुई इस बैठक में कुलपति के अलावा कुलसचिव प्रो. जयंत शेखर, एससी दास, जेबी तुबिद, मनोज कुमार महापात्रा शामिल हुए। एफिलिएशन कमेटी की बैठक होने के उपरांत दोपहर के एक बजे कोल्हान विश्वविद्यालय में सिंडिकेट की बैठक भी आयोजित की गई। इसमें एफिलिएशन कमेटी के द्वारा जिन कॉलेजों में नए कोर्स के संचालन की स्वीकृति प्रदान की गई, उसे सिंडिकेट की सहमति प्रदान की गई। इसके अलावा प्रोबेशन पर एक साल सेवा पूरी करने करने वाले शिक्षक विनय मिंज की सेवा को रेगुलर किया गया। इसके अलावा वर्कर्स कॉलेज की सहायक प्रोफेसर कुमारी प्रियंका के स्टडी लीव के दौरान का वेतनमान देने की भी सहमति प्रदान की गई। बैठक में इसके अलावा घंटी आधारित शिक्षकों के ईपीएफ के मसले पर विवि के वित्त सलाहकार की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करने की सहमति प्रदान की गई। सिंडिकेट की बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. गंगाधर पंडा ने की। इसमें कुलसचिव प्रो. जयंत शेखर, प्रतिकुलपति प्रो. कामिनी कुमार, डॉ. एसपी महालिक आदि शामिल हुए।
घंटी आधारित शिक्षकों को ईपीएफ देने की पहल
कोल्हान विश्वविद्यालय के अंगीभूत कालेजों में कार्यरत संविदा शिक्षकों को अब ईपीएफ की सुविधा मिलने को संभावना बढ़ गई है। अबतक घंटी आधारित शिक्षक इससे वंचित थे। सोमवार को सिंडिकेट की बैठक में इसपर नीतिगत सहमति दी गई। अब कोल्हान विश्वविद्यालय के वित्तीय सलाहकार इसमें आगे की सलाह देंगे जिसके आधार पर घंटी आधारित शिक्षकों को यह लाभ मिल सकेगा। सोमवार को झारखंड राज्य विश्वविद्यालय शिक्षक संघ का प्रतिनिधिमंडल संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार पांडेय के नेतृत्व में केयू के कुलपति प्रो. गंगाधर पंडा, प्रतिकुलपति प्रो. कामिनी कुमार, कुलसचिव प्रो. जयंत शेखर के साथ ही सिंडिकेट के सदस्य राजेश कुमार शुक्ला, डॉ. अमर सिंह तथा डॉ. एसपी महालिक से मिला।
इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति को मांग पत्र सौंपा।मांग पत्र में विश्वविद्यालय के अंतर्गत विभिन्न महाविद्यालयों में तथा स्नातकोत्तर विभाग में कार्यरत संविदा (घंटी आधारित) शिक्षकों को ईपीएफ सुविधा प्रदान करने का आग्रह किया गया। कुलपति और कुलसचिव ने आश्वस्त किया कि शिक्षकों की मांग जायज है, इसलिए सिंडिकेट की बैठक में इस पर सहमति दी जाएगी। बैठक के बाद कुलसचिव ने कहा कि आपकी मांगों पर सिंडिकेट ने सहमति जताई है। शिक्षकों को ईपीएफ सुविधा प्रदान करने संबंधित नोटिफिकेशन मंगलवार तक जारी कर दिया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में डॉ. सुरेश कुमार, डॉ. पुष्पा सिंह, डॉ. फिरदौस जबीन, डॉ. अंजुम आरा, प्रो. दानिश हमाद आदि शामिल थे।
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