उदित वाणी, कांड्रा: झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के महिला कमेटी की ओर से गम्हरिया के ऊपरबेड़ा मैदान में ख़ातियानी महिलाओं का महाजुटान कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से काफी संख्या में महिला व पुरुष शामिल हुए. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित ख़ातियान आंदोलनकारी टाइगर जयराम महतो ने कहा कि विकास के लिए झारखंडी लोगों ने जमीन दिया, लेकिन उनका विकास नहीं होकर चंद विधायक एवं सांसदों का विकास हुआ.
उन्होंने कहा कि हम विकास विरोधी नहीं हैं। पर, पूंजीपति व उद्योपतियों के बाद हमारा विकास होना चाहिए. किन्तु, ऐसा नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि 1932 की खतियान ही झारखंडियों की पहचान है.
अपना हक और अधिकार हासिल करने के लिए उन्होंने महिलाओं को आगे आने की अपील किया. कहा कि महिलाओं को रोजगार से जोड़ना होगा ताकि वे भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सके. इस दौरान आमंत्रित गायिका रेवती देवी और सवित्री कर्मकार द्वाराज़ज़ कुड़माली गीत व नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित महिला व पुरुषों को अपनी भाषा और संस्कृति के बारे में जागरूक किया गया.
इससे पूर्व टाइगर जयराम महतो ने वीर शहीद रतिलाल महतो, सुनील महतो, निर्मल महतो समेत अन्य शहीदों की मूर्ति व तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.
तत्पश्चात, थाना मोड़ से ऊपरबेड़ा मैदान तक भव्य जुलूस निकाला गया. इस मौके पर समिति के सूरज महतो, महिला कमेटी की वीणा देवी, सविता महतो, नाशपाती महतो, आनंदिता महतो, मीनाक्षी महतो, उर्मिला महतो, नमिता महतो, धरती महतो, प्रताप महतो, संजय महतो समेत काफी में लोग उपस्थित थे.
वही टाइगर जयराम महतो का कांड्रा मे ढोल नगाड़ा के साथ फूल माला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया. जिसमें पूर्व जिला परिषद सदस्य सुधीर चंद्र महतो, विजय महतो, राम महतो, लालबाबू महतो, गौतम महतो, राजकिशोर महतो और सैकड़ों की संख्या महिलाएं और पुरुष सम्मिलित हुए.
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