उदित वाणी, रांची: धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती एवं झारखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मोराहाबादी मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने युवा, विद्यार्थिंयों व किसानों समेत राज्य के लोगों को कई सौगातें दी.
वहीं स्थापना दिवस के अवसर पर राज्यपाल ने कार्यक्रम से दूरी बना ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यक्रम में शामिल होने से मना करने के बाद राज्यपाल रमेश बैस समारोह में मुख्य अतिथि बनाये गये थे. लेकिन राज्यपाल भी समारोह में नहीं पहुंचे. इसके बाद आनन फानन में राज्यसभा सांसद सह पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन समारोह के मुख्य अतिथि बनाये गये.
राज्य की मुख्य विपक्षी भाजपा समेत अन्य पार्टियों ने भी कार्यक्रम से किनारा कर लिया. इस अवसर पर समारोह की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि पिछले 20 सालों में राज्य के किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंचाया गया.
बर्ष 2019 में उनकी सरकार बनी तो 5 साल में राज्य की छोटी-बड़ी सभी समस्याओं का समाधान करने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन सरकार बनते ही कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से हमलोग घिर गये और दो बर्ष का समय जाया हुआ. परन्तु अब अगले पांच साल में राज्य के हर खेत में पानी पहुंचायेंगे. इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है.
उन्होंने कहा कि जबकि इस बर्ष हमारी सरकार ने राज्य के चिन्हित सूखाग्रस्त 226 प्रखंडों में लगभग 31 लाख किसान परिवारों को सूखा राहत के लिए 3500 रुपए की राशि तत्काल उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है. इसके लिए कैंप लगाया जायेगा.
गरीबी व पिछड़ापन करेंगे दूर
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जो गरीबी व पिछड़ापन है. वह किसी अभिशाप से कम नहीं है. लेकिन हमारी सरकार अब दरवाजे पर जाकर लोगों को ऋण मुहैया करा रही है. स्वरोजगार का मार्ग प्रशस्त कर रही है.
रोजगार सृजन के लिए राज्य सरकार अनुदान भी दे रही है. ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके. लोगों की जरूरतों के अनुरूप योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जड़ को मजबूत करने में लगी है. उन्होंने कहा कि जड़ मजबूत होगा तभी पेड़ भी मजबूती से खड़ा रहेगा. राज्य में जो गरीबी कुंडली मार कर बैठा है. उसे धक्का मारकर बाहर करना है.
महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सारथी योजना का शुभारम्भ
इस योजना के तहत राज्य के प्रतिभाशाली व मेहनतकश युवाओं को हुनरमंद बनाकर रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ा जायेगा. इसके तहत सरकार द्वारा 18 से 35 वर्ष तक तथा आरक्षित वर्ग के लिए अधिकतम उम्र सीमा 50 वर्ष तक के युवाओं को निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण दिया जायेगा.
गैर आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त करनेवाले युवाओं को केंद्र आने जाने के लिए प्रतिमाह एक हज़ार रुपए भी दिए जायेंगे. प्रशिक्षण के बाद सफल युवाओं को तीन माह के अंदर अगर नियोजन नहीं मिला तो उन्हें रोजगार प्रोत्साहन भत्ता के रुप में एक हजार रुपए प्रतिमाह मिलेगा। जबकि युवतियों, दिव्यांगों व परलैंगिकों को 15 सौ रुपए प्रतिमाह मिलेगा.
राज्य वासियों को दिए कई तोहफे
समारोह में नव चयनित 609 सहायक अभियंता, 320 परिचारिका व 16 लेखा पदाधिकारियों को मिला नियुक्ति पत्र 7309. 58 करोड़ रुपए की लागत से कुल 369 योजनाओं का किया उद्घाटन-शिलान्यास झारखंड विद्युत वाहन नीति, एथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति व झारखंड औद्योगिक पार्क एवं लॉजिस्टिक नीति को किया लॉन्च राज्य के विद्यार्थियों के बेहतर व उच्च शिक्षा के लिए गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, एकलव्य प्रशिक्षण योजना व मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना का किया शुभारंभ 13 लाख 90 हजार 164 लाभुकों के बीच 1247.39 करोड़ रुपए की बांटी गई परिसंपत्ति.
इन योजनाओं का किया गया शिलान्यास
पथ निर्माण विभाग की 1718.64 करोड़ की 41, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की 931.31 करोड़ की 17, भवन निर्माण विभाग की 261.34 करोड़ की 4, जल संसाधन विभाग की 84.27 करोड़ की 3, नगर विकास एवं आवास विभाग की 1658.86 करोड़ की 12, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की 74.31 करोड़ की 3, एसटी-एससी, अल्पसंख्यक व पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की एक, ग्रामीण कार्य विभाग की 14, झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन की 16, कृषि, पशुपालन और सहकारिता विभाग की 17, स्वास्थ्य विभाग की 14 517.65 करोड की 14 और उच्च एवं तकनीकी शिक्षा की 5 योजनाएं शामिल हैं.
इन य़ोजनाओं का किया गया उद्घाटन
पथ निर्माण विभाग की 43, जल संसाधन विभाग की 2, भवन निर्माण विभाग की 2, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की 7, नगर विकास एवं आवास विभाग की 13, एस-एससी, अल्पसंख्यक व पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की 7, ग्रामीण कार्य विभाग की 13, झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन की 25, श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग की 6, स्वास्थ्य विभाग की 8, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की 10 और स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की 86 योजनाएं शामिल है.
समारोह में हुए शामिल
पूर्व मुख्यमंत्री सह राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन, ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम, श्रम, नियोजन तथा प्रशिक्षण विभाग के मंत्री सत्यानंद भोक्ता, कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव सह झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे, राज्यसभा सांसद श्रीमती महुआ माजी, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, डीजीपी नीरज सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, कार्मिक विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती वंदना दादेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कल्पना सोरेन समेत कई गणमान्य अतिथि एवं वरीय पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.
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