उदित वाणी, जमशेदपुर : भारत में खग्रास चन्द्रग्रहण 8 नवम्बर, मंगलवार को दिखाई देगा. यह ग्रहण भरणी नक्षत्र एवं मेष राशि पर लगेगा. काॢतक शुक्ल पक्ष की पूॢणमा तिथि 7 नवम्बर, सोमवार को सायं 4 बजकर 17 मिनट पर लग रही है, जो कि 8 नवम्बर, मंगलवार को सायं 4 बजकर 32 मिनट तक रहेगी.
2022 के अन्तिम खग्रास चन्द्रग्रहण का स्पर्श भारतीय समयानुसार दिन में 2 बजकर 41 मिनट पर, ग्रहण का मध्य सायं 4 बजकर 30 मिनट पर तथा ग्रहण का मोक्ष सायं 6 बजकर 20 मिनट पर होगा. खग्रास के रूप में यह चन्द्रग्रहण भारत के अतिरिक्त, दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, आस्ट्रेलिया, एशिया तथा प्रशान्त महासागर में दृश्य होगा.
8 नवंबर को चंद्रग्रहण का असर कार्तिक पूर्णिमा को मनाई जानेवाली देव दीपावली पर भी पड़ रहा है. ग्रहण के कारण इस बार एक दिन पहले 7 नवंबर को ही देव दीपावली का त्योहार मनाया जा रहा है.
काशी में भी सोमवार को ही मनेगा त्योहार
चंद्रग्रहण के कारण इस वर्ष काशी भी में देव दीपावली एक दिन पहले मनाई जाएगी. काशी विद्वत परिषद के विद्वानों, ज्योतिष विद्वान और संतों-महात्माओं से विमर्श के बाद यह निर्णय हुआ है. उल्लेखनीय है कि देव दीपावली का त्योहार मुख्य रूप से काशी यानी वाराणसी में ही मनाया जाता है, इसलिए वहां के ज्योतिष विद्वानों की राय मायने रखती है. हालांकि पिछले कुछ सालों से यह त्योहार जमशेदपुर समेत देश के दूसरे शहरों मेें भी मनाया जाने लगा है. यों तो हर साल कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली मनाई जाती है, लेकिन इस बार कार्तिक पूर्णिमा (8 नवंबर) पर चंद्रग्रहण है जिसका सूतक 8 नवंबर को सुबह 8.10 बजे शुरू होगा और मोक्ष संध्या 6.20 बजे होगा. इसलिए ज्योतिष विदों ने देव दीपावली एक दिन पहले यानी सात नवंबर को ही मनाने का फैसला किया है.
शहर में भी आज मनेगी देव दीपावली
जमशेदपुर में भी देव दीपावली धूमधाम से मनाई जाने लगी है. एम ई स्कूल रोड, जुगसलाई स्थित राजस्थान शिव मंदिर में इस बार देव दीपावली पर भव्य आोयजन की तैयारी हो रही है. यहां पर पिछले कई साल से देव दीपावली मनाई जा रही है. कोरोना के चलते पिछले आयोजन उतने भव्य नहीं हो पाए थे, लेकिन इस बार बड़े आयोजन की तैयारी जारी है. 7 नवंबर को मंदिर परिसर मेंं 2100 दीये जलाए जाएंगे और 11 थालियों में भगवान लक्ष्मी नारायण और बालाजी की आरती होगी. बिजली की सजावट तो अलग से होगी ही. संभव है कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता इस मौके पर शामिल हों.
नेपाली समाज की सत्यनारायण पूजा भी एक दिन पहले
शहर में रहनेवाला नेपाली समाज हर साल कार्तिक पूर्णिमा को सत्यनारायण पूजा का बड़ा आयोजन करता है,लेकिन ग्रहण के चलते इस बार इस बार 7 नवंबर को ही यह पूजा होगी. 8 नवंबर को गोलमुरी में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के कपाट बंद रहेंगे.
उडिय़ा समाज पर भी ग्रहण का असर
कार्तिक पूर्णिमा को उडिय़ा समाज बईतो बंदना उत्सव मनाता है जिसमें केले के छिलके पर दीपक रखकर जलाशय में प्रवाहित किया जाता है. उडिय़ा पंचांग में बताया गया है कि 8 नवंबर को चंद्रग्रहण का सूतक सुबह 6.30 बजे से शुरू होगा. इसलिए इस बार लोग इससे पहले ही दीपदान करेंगे.
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