उदित वाणी, राँची : मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (“मैक्स लाइफ”/ “कंपनी”) ने कांतार के साथ मिलकर “इंडिया रिटायरमेंट इंडेक्स स्टडी” (आइरिस) का दूसरा संस्करण लॉन्च किया।
इस सर्वे में सेहतमंद, स्थिर और वित्तीय तौर पर स्वतंत्र सेवानिवृत्त जीवन जीने को लेकर शहरी भारत की तैयारियों का विश्लेषण किया गया है। कंपनी द्वारा अपने स्तर पर करवायी गई डिजिटल स्टडी में, 28 शहरों में रहने वाले 3,220 लोगों ने सर्वे में हिस्सा लिया। इन शहरों में 6 मेट्रो, 12 टियर 1 और 10 टियर 2 शहर शामिल हैं।
इस अध्ययन के अनुसार, पूर्वी भारत रिटायरमेंट को लेकर सबसे अधिक सकारात्मक है और यहां 72 प्रतिशत इसे इस रूप में देखते हैं कि वे ‘अपने परिवार का अधिक ध्यान रख सकते हैं’, ‘तनावमुक्त जीवन’ बिता सकते हैं
51 रिटायरमेंट इंडैक्स (0 से 100 तक के स्केल पर) के साथ पूर्वी भारत रिटायरमेंट प्लानिंग में अव्वल है, जबकि पश्चिमी भारत 46 के साथ दूसरे, दक्षिण भारत 43 के साथ तीसरे और उत्तर भारत 41 के साथ अंतिम स्थान पर है। पूर्वी भारत की भावनात्मक तैयारी 61 है जो दर्शाता है कि यहां लोग रिटायरमेंट के दौरान अपने परिजनों, दोस्तों तथा सामाजिक सहयोग पर अधिकाधिक निर्भर हैं।
वी विश्वानंद, डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ, मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने कहा, ‘हमारे रिटायरमेंट संबंधी अध्ययन के दूसरे एडिशन से यह स्पष्ट है कि ज्यादातर प्रतिभागी रिटायरमेंट के प्रति उत्साहित जरूर हैं, लेकिन सुखद रिटायर्ड जिंदगी के लिए वित्तीय, भावनात्मक और स्वास्थ्य के स्तर पर उनकी कोई खास तैयारी नहीं है।
हालांकि पूर्वी भारत ने काफी अच्छी शुरुआत की है और अधिकांश ने रिटायरमेंट के लिए निवेश करना शुरू भी कर दिया है, लेकिन अब भी 22 प्रतिशत आबादी को लगता है कि उनकी बचत रिटायर्ड जीवन के 5 वर्षों के अंदर खत्म हो जाएगी। यह हमारे लिए एक अवसर है कि हम उन्हें शीघ्र वित्तीय प्लानिंग के महत्व के बारे में बताए जिससे हमारे ग्राहकों की दीर्घकलिक सुरक्षा और बचाव सुनिश्चित हो सके।’
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