उदित वाणी, जमशेदपुर: शारदामणि गर्ल्स हाई स्कूल में हुई घटना के बाद जिला शिक्षा विभाग ने स्कूलों में शिक्षकों के बर्ताव को संतुलित करने व छात्र-शिक्षक संबंधों में मित्रता का भाव लाने की कोशिशें तेज कर दी है।
इसके लिए गुरुवार को शिक्षा विभाग ने को निजी स्कूल के प्राचार्यों के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला कुमारी बरेयिला के दफ्तार में बैठक की। बैठक में स्कूलों के प्रिंसिपलों को स्कूल परिसर में तनावमुक्त माहौल बनाए रखने के दिशा-निर्देश दिए गए। कहा गया कि बच्चों से शिक्षक उनके अभिभावकों की तरह व्यवहार विकसित करें, ताकि बच्चे अपने शिक्षकों को लेकर सहज हो सकें और उनके बीच डर व भय का माहौल न बने। बैठक में प्रिंसिपलों से स्कूल में भयमुक्त वातावरण बनाने और विद्यार्थियों के साथ मित्रवत व्यवहार करने का निर्देश दिया गया।
इस अवसर पर एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नंदकिशोर लाल ने कहा कि स्कूल के प्रतिनिधियों के साथ स्कूल में बच्चों के लिए भयमुक्त वातावरण बनाने और विद्यार्थियों के साथ मित्रवत व्यवहार करने, बच्चों के शैक्षणिक प्रगति को लेकर उनके अभिभावकों के साथ विचार-विमर्श करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं स्कूल के हर कोने में सीसीटीवी कैमरा लगाने के साथ उसकी निगरानी के लिए किसी शिक्षक को नोडल बनाने का निर्देश दिया गया है। इससे शिक्षक बच्चों की हरकतों पर सीसीटीवी के माध्यम से नजर रख सकेंगे। स्कूल में बच्चे नशापान न करें, इसका ख्याल रखें। फीस के लिए अभिभावकों के साथ बात करें।
फीस के लिए बच्चों के साथ किए गए दुर्व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार ना करें जिससे वे अपमानित महसूस करें। वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि सरकारी स्कूलों और निजी स्कूलों में नियमित रूप से निरीक्षण करने के लिए टीम गठित की जाएगी। टीम द्वारा सरकारी एवं निजी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जाएगा। इससे स्कूल में बच्चों के साथ किए जा रहे व्यवहार और शैक्षणिक माहौल का पता चलेगा। टीम के सदस्य बच्चों एवं उनके अभिभावकों से संवाद स्थापित कर हर पहलू की जांच कर रिपोर्ट देंगे। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला कुमारी बरेलिया, जिला शिक्षा अधीक्षक निशु कुमारी उपस्थित थीं।
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