उदित वाणी, जमशेदपुर: साकची स्थित शारदामनी स्कूल की छात्रा ऋतू मुखी मामले में झारखंड मानवाधिकार संगठन जेएचआरसी ने स्कूल के संचालक समिति रामकृष्ण मिशन प्रबंधन के रवैये पर सवाल खड़े किए हैं।
संगठन प्रमुख मनोज मिश्रा ने बताया कि ऋतु के मामले में रामकृष्ण मिशन प्रबंधन ने अपने स्तर पर अब तक कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई है, जो दुःखद है। मिशन के सचिव महाराज अमृत पार्थो ने ऋतु की माता को अपने संस्थान में नौकरी पर रखने की बात जेएचआरसी की जांच समिति के समक्ष कही है, परन्तु ऋतु के इलाज को लेकर कोई ठोस एवं सकारात्मक जबाब नहीं दिया।
सचिव ने अपनी शिक्षिका पर लगे आरोपों पर भी सवाल खड़े किये हैं। मनोज मिश्रा ने रामकृष्ण मिशन द्वारा संचालित सभी 16 शैक्षिणिक संस्थानों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है, ताकि उन संस्थानो में भी छात्रों के साथ कोई अमानवीय घटना न हो, इसका ध्यान रखने की जरूरत है।
उन्होंने झारखंड सरकार से ऋतु को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने सहित ऋतु की माता सरस्वती मुखी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि संगठन अपनी जांच रिपोर्ट एक दो दिनों मे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एवं झारखंड ऱाज्य मानवाधिकार आयोग सहित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी सौंपेगी। संगठन की जांच समिति में किशोर वर्मा, जगन्नाथ महंथी, अभिजीत चंदा, निभा शुक्ला, अनिमा दास, देवाशीष दास शामिल थे।
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