उदित वाणी, जमशेदपुर: बदलते दौर के साथ टाटा स्टील ने अपने परम्परागत उत्पादों से आगे बढ़ते हुए न्यू मेटेरियल्स के क्षेत्र में अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज की है. टाटा स्टील ने वैकल्पिक मेटेरियल्स मसलन कम्पोजिट्स, ग्राफीन्स, मेडेकिल मेटेरियल्स एंड डिवाइस, प्रवेश और नेस्ट इन बनाकर देश में स्टील की खपत में बढ़ोतरी की है.
टाटा स्टील के आरएंडडी विभाग ने इन न्यू मेटेरियल्स को डेवलेप किया है, जिसमें इंडस्ट्री की आज की जरूरतों से लेकर देश में बनने वाले बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और रेलवे में स्टील का इस्तेमाल हो रहा है.
फ्यूचर मेटेरियल्स
टाटा स्टील के न्यू मेटेरियल्स डिविजन के अनुसार कंपनी ने भविष्य की जरूरतों के अनुसार ऐसे प्रोडक्ट्स बनाए हैं जो न केवल लंबे समय तक टिकाऊ रहेंगे बल्कि वह जिंदगी जीने के तरीके को भी बदल देगा.
इस न्यू एज मेटेरियल्स ने गांव से लेकर शहरों तक की जिंदगी को प्रभावित किया है. चाहे सरकार के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को जमीनी हकीकत देनी हो या फिर मॉड्यूलर टॉयलेट्स बनाने हो, टाटा स्टील ने अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज की है. यही नहीं अब चिकित्सा के क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाले उपकरण भी बन रहे हैं.
जानिए क्या है न्यू मेटेरियल्स
टाटा स्टील अपने न्यू मेटेरियल्स बिजनेस (एनएमबी) के तहत कम्पोजिट्स, ग्राफीन्स और मेडिकल मेटेरियल्स से संबंधित उत्पाद बना रहा हैं. ये उत्पाद फाइबर और ग्लास रिइन्फोर्स पोलिमर के होते हैं. इसमें इंडस्ट्री से लेकर इन्फ्रास्ट्रक्चर, रेलवे के लिए नये तरह के उत्पाद है.
क्या है नये तरह के उत्पाद
इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाले प्रेशर वेसल्स, टैंक्स, ड्रिप पिट्स, एयर रिसिवर, कन्वेनर गार्ड और एसिड स्नेटर से लेकर इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में इस्तेमाल होने वाले पोल्स, पाइप्स, ब्रिज, मॉड्यूलर टॉयलेट्स, आइसोलेशन केबिन और स्मार्ट आर्किटेक्चर समेत रेलवे के लिए रेल टॉयलेट, रेल फर्निश्ड और रेल कोच का निर्माण भी इस मेटेरियल्स से होगा.
नये मेटेरिसल्स की क्या है खूबी
नये मेटेरियल्स की खूबी यह है कि वह आज की जरूरतों के अनुरूप होगा. वह न केवल जंग रोधी होगा बल्कि लंबे समय तक टिकाऊ बना रहेगा. यही नहीं इसका वजन परम्परागत स्टील के बने उत्पाद से कम होगा. लाइट वेट इन उत्पादों का मेन्टेनेंस और सर्विस कॉस्ट नामात्र होगा. यही नहीं ये सारे उत्पाद देखने में काफी आकर्षक और एस्थेटिक होंगे.
स्टील को देखने का नजरिया बदल जाएगा
न्यू एज मेटेरियल्स के आने से स्टील को लेकर हमारा न केवल नजरिया बदलेगा बल्कि हमारे रहन सहन में भी बदलाव आएगा. शहरों में स्ट्रीट फर्नीचर के नये कॉन्सेप्ट्स के साथ बसों के शेल्टर्स, ट्री लाइट, पोल्स और सोलर पावर पोल्स की संरचना भी पहले जैसी नहीं रहेगी. यही नहीं फूट ओवर ब्रिज बनाने में ये नये मेटेरियल्स काम आएंगे.
तार कंपनी में बना है ग्राफीन डिविजन
टाटा स्टील ने जमशेदपुर में न्यू मेटेरियल्स के उत्पाद के लिए काम करना शुरू कर दिया है. दो साल पहले तार कंपनी परिसर में ग्राफीन का नया यूनिट चालू हुआ था. वैसे टाटा स्टील ने न्यू मेटेरियल्स बिजनेस में 2018 में कदम रखा था.
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