10 साल से बीमार चल रही टीआरएफ कंपनी में भी इस साल हुआ बोनस
कंपनी के लाभ में आने के बाद प्रबंधन ने बोनस देने का फैसला किया
उदित वाणी, जमशेदपुर: 20 प्रतिशत के बोनस की बहार में 10 साल से बीमार चल रही टीआरएफ कंपनी ने भी अपने कर्मियों को इस साल बोनस देने का फैसला किया है. पिछले वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही में कंपनी के बेहतर परफॉर्मेंस करने के बाद आम सभा में कर्मचारियों को लाभांश देने का फैसला किया गया था.
10 साल से बीमार चल रही कंपनी के टर्न अराउंड होने के बाद प्रबंधन और यूनियन ने गुरुवार को बोनस समझौता किया, जिसमें कंपनी के सारे कर्मचारियों को बोनस देने का फैसला किया गया है. बोनस की राशि में सभी कर्मचारियों के लिए पांच हजार की सदभावना राशि भी शामिल की गई है. इस साल कंपनी के कर्मचारियों को अधिकतम बोनस 20613 रूपए और न्यूनतम बोनस 15262 रूपए देने का फैसला लिया गया.
यूनियन की ओर से जानकारी दी गई है कि यह समझौता 2015 के बोनस अधिनियम के तहत हुआ है. बोनस की राशि 16 सितंबर को कर्मचारियों के खाते में चली जाएगी. बोनस पर हस्ताक्षर प्रबंधन की ओर से प्रबंध निदेशक आलोक कृष्णा, सीएफओ आनंद चांद, सीएचआरओ क्यू तौहीद, वीके सिंह और अरविंद कुमार जबकि यूनियन की ओर से अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय, संजय कुमार, एचएम हीरामानेक,अंजनी कुमार, नवीन कुमार और मनोज कुमार सिंह ने किया.
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