ब्रेस्ट कैंसर : आत्म परीक्षा और प्रारंभिक जांच पर सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला, जमशेदपुर में वेबिनार का आयोजन.
उदित वाणी, जमशेदपुर: सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला के स्टाफ क्लब की ओर से स्टाफ सदस्यों और उनके परिवारों को ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता हेतु वेबिनार का आयोजन किया गया.
इस व्याख्यान से विशेष रूप से महिला सदस्य कार्मिक और उनके परिवार लाभान्वित हुए. हेजलो कंसल्टेंसी प्रा. लि. की निदेशक डॉ. नताशा दास को ब्रेस्ट कैंसर का शीघ्र पता लगाने तथा स्व-परीक्षण की प्रक्रिया और आवश्यकता का पता लगाने हेतु इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का 20 वर्षों से अधिक का अनुभव है.
स्व-परीक्षण बीमारी का समय पर पता लगाने से स्टेज 3 तक 92 प्रतिशत लोगों की जान बचाई जा सकती है. उन्होंने 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं की वार्षिक नैदानिक जांच के महत्व को भी समझाया और कहा कि 40 से कम उम्र की महिलाओं हेतु प्रत्येक जांच तीन साल के बाद की जानी चाहिए.
उन्होंने बीमारी के जोखिम कारकों पर भी चर्चा की, इसके अलावा पारिवारिक इतिहास, अस्वास्थ्यकर आहार, शराब, धूम्रपान और मोटापा और देर से मातृत्व यानी 30 साल की उम्र के बाद और कम से कम स्तनपान कराने से महिलाओं में बीमारी की संभावना बढ़ सकती है. उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि पुरुषों को भी यह बीमारी हो सकती है और आमतौर पर बाद के चरण में इसका निदान किया जाता है.
कार्यक्रम के दूसरे भाग में सीआईएसआर-एनएमएल की मेडिकल अफसर डॉ. प्रियंका सिंह ने सर्वाइकल कैंसर के बारे में बताया और कहा कि भारतीय संदर्भ में इसकी आयु 25 वर्ष तक है. 9 से 15 वर्ष की आयु की लड़कियों और लड़कों में बीमारी को रोकने के लिए टीका सबसे कारगर है यह भी बतलाया.
उन्होंने फ्लू के टीकों के बारे में भी चर्चा की जो बच्चों और बुजुर्गों के लिए अच्छे हैं. उपरोक्त टीके रेड क्रॉस सोसाइटी, जमशेदपुर में उपलब्ध हैं. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. देबरती चट्टोराज ने नियमित अंतराल पर नैदानिक जांच की आवश्यकता पर जोर दिया.
70 से अधिक प्रतिभागियों ने व्याख्यान में भाग लिया, जिसमें सफाई कर्मचारी, परियोजना कर्मचारी, अनियत कर्मचारी, कर्मचारी के परिवार और स्थायी कर्मचारी शामिल थे. अधिकांश उपस्थित लोगों को समझाने हेतु व्याख्यान हिंदी में प्रस्तुत किए गए. कार्यक्रम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में आयोजित किया गया.
कार्यक्रम के आयोजन में डॉ. इंद्रनील चट्टोराज, निदेशकएनएमएल, डॉ. अरविंद सिन्हा, सलाहकार प्रबंधन, डॉ. एम.एम. हुमने, स्टाफ क्लब की उपाध्यक्ष, डॉ. बीना कुमारी, ललित मीणा, कृष्ण कुमार, सुमन परमार्थ, नईम अंसारी, पंकज और शुभजीत बनर्जी, डॉ. शर्मिष्ठा सागर, श्रीके. सुधाकर राव, पवन, प्रिया नाग और सभी शोध एवं विकास प्रभागों के प्रमुख और समर्थन प्रभागों और अन्यलोग भी शामिल थे.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।