बोनस की राशि 7 करोड़ पार करने का अनुमान, अधिकतम बोनस की राशि तीन लाख होगी
उदित वाणी, जमशेदपुर: बिना यूनियन के लगातार तीसरे साल टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेस लिमिटेड (जुस्को) का बोनस इस साल भी होने जा रहा है.
जुस्को श्रमिक यूनियन का विवाद हाई कोर्ट में जाने के बाद प्रबंधन पिछले दो बार से बोनस की राशि को एकतरफा कर्मचारियों के खाते में भेज रहा है. मार्च 2020 में ही यूनियन का कार्यकाल खत्म हो गया था. ढ़ाई साल गुजरने के बाद भी यूनियन का चुनाव नहीं हो पाया है.
क्या है मामला
मार्च 2020 में जुस्को श्रमिक यूनियन की ओर से कराई गई आमसभा को विपक्ष ने असंवैधानिक करार दिया था. विपक्ष का आरोप था कि रघुनाथ पांडेय ने विपक्ष को जबरन बाहर रखकर आम सभा कराई.
विपक्ष ने इसकी शिकायत उप श्रमायुक्त से की, जिसकी जांच में आरोप सही पाया गया. श्रमायुक्त ने इस आमसभा को असंवैधानिक करार दिया और फिर से आमसभा कराने का निर्देश दिया.
लेकिन रघुनाथ पांडेय ने श्रमायुक्त के इस आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दे डाली. उसके बाद मामला लटका हुआ है. ढ़ाई साल से यूनियन नहीं होने के चलते कर्मचारियों का सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है.
विपक्ष के नेताओं का आरोप है कि रघुनाथ पांडेय जान बुझकर चुनाव को लटकाए रखना चाहते हैं. विपक्ष के नेता एसएल दास कहते हैं-रघुनाथ पांडेय जान बुझकर चुनाव को लटकाए रखना चाहते हैं.
डीएलसी के विरोध में कोर्ट में वहीं गये और अब डीएलसी के पास जाकर चुनाव कराने की नौटंकी कर रहे हैं. उन्हें केवल अपनी कुर्सी से मतलब है. कर्मचारियों के नुकसान से उन्हें कोई लेना देना नहीं है.
अगर कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखते तो कोर्ट नहीं जाते. वे सेटिंग-गेटिंग कर कुर्सी पर काबिज रहना चाहते हैं.
बोनस की राशि इस साल 7 करोड़ को पार कर जाएगी
प्रबंधन ने पिछले साल कर्मचारियों के बोनस के रूप में कुल राशि 6.43 करोड़ रूपए की राशि दी थी, जो 2020 में 6.08 करोड़ थी. जुस्को में बोनस प्रतिशत में नहीं होता. सूत्रों का कहना है कि पिछले वित्तीय वर्ष में जुस्को का परफॉर्मेंस बेहतर रहा है.
ऐसे में उम्मीद है कि यह राशि सात करोड़ के पार कर जाएगी. टाटा स्टील के ऐतिहासिक परफॉर्मेंस के बाद जुस्को के कर्मचारियों को भी उम्मीद है कि इस साल का बोनस बेहतर होगा.
पिछले साल कर्मचारियों का न्यूनतम बोनस 33557 रूपए और अधिकतम बोनस की राशि 2 लाख 58 हजार तक मिला था. 2020 में अधिकतम बोनस की राशि दो लाख 21 हजार रूपए थी. इस साल अधिकतम बोनस की राशि तीन लाख रूपए को पार कर जाएगी.
पिछले साल बोनस मानदंड के हिसाब से 6.28 करोड़ हो रहा था बोनस
2021 में बोनस मानदंड (पैरामीटर) के हिसाब से कर्मचारियों का कुल बोनस 6.28 ही हो रहा था. प्रबंधन ने कोरोना काल में कर्मचारियों के शहर में अबाध सुविधाएं मुहैया कराने, स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में शहर की बेहतर रैंकिंग, सर्वाधिक वेस्ट वाटर रिसाइक्लिंग और टीबीईएम में बेहतर स्कोर के चलते बोनस की राशि को 6.28 से बढ़ाकर 6.43 करोड़ करने का फैसला लिया था.
क्या है बोनस के मानदंड
जुस्को का बोनस विभिन्न मानदंडों के आधार पर दिया जाता है. इसमें पीबीटी (प्रोफिट बिफोर टैक्स), सेफ्टी परफॉर्मेंस, कम्प्याएंस टू कम्प्लेन, टॉप बॉक्स, ट्रान्समिशन एंड डिस्ट्रिब्यूशन लॉस, कस्टमर सैटिस्फैक्शन इंडेक्स, रिपीट कम्प्लेन, प्रोडक्टिविटी एंड टोटल प्रोडक्टिव मेन्टेंस, गुड परफॉर्मेंस आदि शामिल हैं.
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