उदित वाणी, जमशेदपुर : वैसे तो टाटा मोटर्स में कई प्लांट हेड हुए, मगर एसबी बोरवंकर और एबी लाल अपने काम से कंपनी के साथ ही शहरवासियों में भी काफी लोकप्रिय रहे. इनका कर्मचारियों के साथ गहरा लगाव रहा. प्लांट हेड नहीं रहने के बावजूद इन दोनों अधिकारियों ने जमशेदपुर प्लांट को हर समस्या से बाहर निकालने में और यहां के कर्मचारियों को बेहतर सुविधाएं देने में अग्रणी भूमिका निभाई.
यही कारण रहा कि टाटा मोटर्स के शीर्ष प्रबंधन ने लाल के रिटायरमेंट के बाद भी उन्हें एक्सटेंशन दिया. अब वे 30 सितंबर को 37 साल की लंबी पारी खेलने के बाद रिटायर होने जा रहे हैं. एबी लाल जमशेदपुर प्लांट के पर्याय थे. उनका यूनियन के साथ भी बेहतर रिश्ता रहा. जब भी कोई ग्रेड, बोनस या स्थायीकरण को लेकर समझौता होता, लाल की सूझबूझ दिखी. यही नहीं टाटा मोटर्स प्लांट को कई बार आंदोलनों का सामना करना पड़ा,
उस स्थिति में भी लाल ने कंपनी को इस मुश्किल दौर से बाहर निकाला. अपने कार्यकाल में टाटा मोटर्स हॉस्पिटल की सुविधाएं बढ़ाई और कंपनी के सामुदायिक रिश्ता को मजबूत किया. हमेशा मुस्कुराने वाले लाल किसी कार्यक्रम में मिल जाय, तो पत्रकारों से भी गर्मजोशी से बात करते थे, जो बाद के प्लांट हेड में नहीं दिखी.
जीईटी से करिअर शुरू किया था लाल ने
एबी लाल ने मोतीलाल नेहरू नेशनल इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमएनएनआईटी) इलाहाबाद से 1981-85 के बीच इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और इसी साल एक जीईटी (ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनीज) के रूप में टाटा मोटर्स को ज्वाइन किया. वे टाटा मोटर्स के लखनऊ प्लांट के साथ ही जमशेदपुर प्लांट में लंबे समय तक रहे. जब टीएमएल ड्राइनलाइंस अलग हुआ करता था तो लाल उसके सीईओ थे.
उन्होंने विभिन्न लोकेशंस के साथ ही अलग-अलग जिम्मेवारियों को भी संभाला. लखनऊ प्लांट में एचआर हेड रहे. जमशेदपुर में टीएमएल ड्राइवलाइंस के सीईओ के बाद शीर्ष प्रबंधन ने उन्हें टाटा मोटर्स के प्लांट हेड की जिम्मेवारी सौंपी. वे 2012 से 2017 तक टाटा मोटर्स के प्लांट हेड रहे. इसके बाद उन्हें कमर्शियल वेहिकल के बिजनेस यूनिट का हेड बनाकर पुणे भेजा गया. 2017 से 2020 तक इस पद पर रहने के बाद लाल को अक्टूबर 2020 में वीपी (ऑपरेशन्स) बनाया गया. लाल ने इंजीनियरिंग के साथ एक्सएलआरआई से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई भी की है.
जमशेदपुर प्लांट के नये हेड होंगे रवीन्द्र नरसिंहा कुलकर्णी
एक सितंबर से जमशेदपुर प्लांट के नये हेड रवीन्द्र नरसिंहा कुलकर्णी होंगे. कुलकर्णी फिलहाल टाटा मोटर्स कमर्शियल वेहिकल के पुणे डिवीजन में सीनियर जेनरल मैनेजर (मैनुफैक्चरिंग इंजीनियरिंग) है. रवीन्द्र ने बीई मेकेनिकल की पढ़ाई वीआईटी पुणे से की है. उन्होंने अपने करिअर की शुरूआत 1990 में भारत फोर्ज से शुरू किया. वे टाटा मोटर्स में 1994 से हैं.
पुणे प्लांट में विभिन्न पदों पर रहे हैं. नरसिंहा, जमशेदपुर प्लांट के लिए नये होंगे. टाटा मोटर्स के वर्तमान प्लांट हेड विशाल बादशाह प्रोन्नत होकर पुणे जा रहे हैं. वे वीपी ऑपरेशंस होंगे और एक अक्टूबर से अपना योगदान देंगे.
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