उदित वाणी जमशेदपुर: परसुडीह थाना क्षेत्र में मां-बाप ने अपनी ही संतान को मौत के घाट उतार दिया. मामला पांच दिन बाद तब सामने आया जब पड़ोसियों ने दंपती और उसकी बेटी को नहीं देखा. शक होने पर पड़ोसियों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने जब जांच शुरू की तो यह बात सामने आई. इस मालमे में परसुडीह थाना के एएसआई संतोष लाल टुडू के बयान पर आरोपी उत्तम मैती और उसकी पत्नी अंजना महतो के खिलाफ हत्या कर साक्ष्य छुपाने का मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया है.
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि चार साल की बेटी पढ़ने में दिलचस्पी नहीं दिखाती थी. जब भी उसे पढ़ने के लिए कहा जाता वह आना-कानी करती थी. गुस्से में आकर 29 जून को बच्ची के हाथ-पैर बांधकर पिटाई कर दी. इसी बीच उसकी तबीयत बिगड़ गई. बच्ची को तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां पहुंचने के बाद उन्होंने डर के मारे अस्पताल में प्रवेश नहीं किया. तबतक बच्ची की मौत हो चुकी थी. वहां से वे सालगाझुरी फाटक पहुंचे. यहां ट्रेन में बैठकर गालूडीह स्टेशन पर उतरे. थोड़ी दूर जंगल जैसा इलाका पाकर बच्ची के शव को दफन कर दिया. उन्होंने बताया कि उनकी एक 4 साल की बेटी भी है जो मामा के घर पर रहती है. दोनों मजदूरी कर जीवन-यापन करते हैं. इधर पुलिस ने कार्रवाई शुरू करते हुए एक टीम को शव की बरामदगी के लिए भेजा है.
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