उदित वाणी, नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में 12,200 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इन परियोजनाओं का उद्देश्य क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देना और यात्रा को सुगम बनाना है. साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन से न्यू अशोक नगर तक यात्रा करते हुए, प्रधानमंत्री ने नमो भारत ट्रेन का उद्घाटन किया.
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज दिल्ली-एनसीआर को केंद्र सरकार की ओर से एक महत्वपूर्ण उपहार मिला है.” उन्होंने इस ट्रेन को शहरी परिवहन के भविष्य का प्रतीक बताया और यात्रियों के उत्साह को साझा किया.
दिल्ली-एनसीआर को मिलेगी आधुनिक कनेक्टिविटी
मोदी ने मेट्रो नेटवर्क के 1,000 किलोमीटर तक पहुंचने को ऐतिहासिक उपलब्धि बताया. 2014 में भारत के मेट्रो नेटवर्क की लंबाई केवल 248 किलोमीटर थी, जो अब 752 किलोमीटर नई लाइनों के साथ 1,000 किलोमीटर से अधिक हो गई है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में 21 शहरों में मेट्रो सेवाएं चालू हैं, और 1,000 किलोमीटर अतिरिक्त रूट पर काम तेजी से चल रहा है.
प्रधानमंत्री ने रिठाला-नरेला-कुंडली कॉरिडोर का जिक्र करते हुए कहा कि यह दिल्ली और हरियाणा के प्रमुख औद्योगिक केंद्रों के बीच संपर्क को और सशक्त करेगा.
आधुनिक बुनियादी ढांचे पर केंद्रित सरकार
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक दशक में बुनियादी ढांचे के लिए बजट में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है. 2014 में यह करीब 2 लाख करोड़ रुपये था, जो अब 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है. उन्होंने जोर देकर कहा कि दिल्ली-एनसीआर को एक्सप्रेसवे और औद्योगिक गलियारों से जोड़ा जा रहा है, जिससे न केवल आर्थिक प्रगति हो रही है बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं.
स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती में भारत का नेतृत्व
मोदी ने भारत को विश्व की स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती की राजधानी बनाने की अपार संभावनाओं पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि “मेक इन इंडिया” के साथ “हील इन इंडिया” का मंत्र भी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. आयुष चिकित्सा के बढ़ते प्रभाव को रेखांकित करते हुए, उन्होंने कहा कि आयुष वीजा सुविधा के जरिए विदेशी नागरिक भारतीय चिकित्सा का लाभ ले रहे हैं.
दिल्ली में नई परियोजनाओं का विवरण
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर: 13 किलोमीटर लंबा खंड, जिसकी लागत 4,600 करोड़ रुपये है.
दिल्ली मेट्रो फेज-4: जनकपुरी और कृष्णा पार्क के बीच 2.8 किलोमीटर का खंड, जिसकी लागत 1,200 करोड़ रुपये है.
रिठाला-कुंडली कॉरिडोर: 26.5 किलोमीटर लंबा खंड, जिसकी लागत 6,230 करोड़ रुपये है.
केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान: रोहिणी में नए भवन की आधारशिला, 185 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा.
विकास की राह पर अग्रसर दिल्ली
प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि ये परियोजनाएं दिल्ली को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी. उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास आधुनिक कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के जरिए गरीबों और मध्यम वर्ग को सम्मानजनक जीवन प्रदान करना है.
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, दिल्ली की उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री आतिशी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
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