उदित वाणी, पश्चिमी सिंहभूम: पश्चिमी सिंहभूम जिले में आगामी ग्रीष्म ऋतु के मद्देनजर, बंद पड़े चापाकलों की मरम्मत कर जनमानस को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए समाहरणालय में बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने की, और इसमें उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा, कार्यपालक अभियंता- पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल चाईबासा और चक्रधरपुर भी मौजूद रहे.
2167 चापाकलों की सूची तैयार
इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि उपायुक्त के निर्देश पर दोनों पेयजल प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता के निगरानी में जिलेभर के बंद चापाकलों का भौतिक सत्यापन कराया गया है. इसके परिणामस्वरूप 2167 बंद चापाकलों की सूची तैयार की गई है.
मरम्मत कार्य की योजना को मिली स्वीकृति
उपायुक्त ने बताया कि जिलेवासियों को गर्मी के दिनों में पेयजल की सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए डीएमएफटी मद से सभी बंद चापाकलों की मरम्मत करवाने की योजना को स्वीकृति दी गई है. इसके अलावा, चाईबासा और चक्रधरपुर पेयजल प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया है कि मरम्मत के बाद चापाकल को विशेष रंग से चिन्हित किया जाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि चापाकल की मरम्मत हो चुकी है.
टास्क फोर्स का गठन
चापाकल की मरम्मत के कार्य की सतत निगरानी के लिए जिला स्तर पर विशेष टास्क फोर्स का भी गठन किया जा रहा है, ताकि इस कार्य की पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके.
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