उदित वाणी, जमशेदपुर: पश्चिमी सिंहभूम जिले के दंडाधिकारी एवं उपायुक्त के निर्देशानुसार, सड़क सुरक्षा माह-2025 के अवसर पर चाईबासा बस स्टैंड परिसर में एक स्वास्थ्य और नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर में कुल 60 बस चालकों की स्वास्थ्य और आंखों की जांच की गई.
शिविर में प्रमुख उपस्थित व्यक्ति
इस शिविर में जिला परिवहन पदाधिकारी राजेश एक्का, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बहामन टुटी, सदर अस्पताल की डॉ. सुशीला सोमेन टोपनो, सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य राजाराम गुप्ता, त्रिशानु राय, और बस ओनर एसोसिएशन से जितेंद्र उपस्थित थे.
चालकों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की अपील
शिविर में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए, जिला परिवहन पदाधिकारी राजेश एक्का ने कहा, “बस चालकों पर यात्रियों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी होती है. शरीर के अन्य अंगों में किसी प्रकार की तकलीफ होने पर लोग चिकित्सीय परामर्श लेते हैं, लेकिन आंखों की रौशनी को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है. आप सभी को अपनी आंखों की देखभाल पर ध्यान देना चाहिए और नियमित रूप से स्वास्थ्य एवं नेत्र जांच करवानी चाहिए, ताकि यात्री सुरक्षित यात्रा कर सकें.”
दुर्घटनाओं में वृद्धि पर चिंता
सदर एसडीपीओ बहामन टुटी ने बताया कि जिले में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, और वाहन दुर्घटनाओं में सबसे अधिक नुकसान बस चालकों को होता है. उन्होंने बस चालकों से अपील की कि वे वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों का पूरी तरह से पालन करें और अपनी आंखों की जांच नियमित रूप से कराएं. यह कदम दुर्घटनाओं के खतरे को कम करने में मदद करेगा.
सुरक्षित सड़क यात्रा के लिए प्रेरणा
यह शिविर न केवल चालक समुदाय को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया, बल्कि यह एक प्रयास था ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
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