उदित वाणी, रांची: मुरी यार्ड रांची रेल मण्डल का एक प्रमुख यार्ड है. इस यार्ड के माध्यम से रांची रेल मण्डल की कई प्रमुख ट्रेने गुजरती है तथा अपने गंतव्य तक पहुँचती है. मूरी यार्ड के माध्यम से चार दिशाओं (रांची, चांडिल, कोटशिला तथा बरकाकाना) के लिए गाड़ियों का परिचालन होता है. चार दिशाओं से आवागमन के कारण मूरी यार्ड मे ट्रेनों का परिचालन जटिल एवं धीमा हो जाता था.
अतः मूरी यार्ड का उन्नयन कर तीन स्थायी गति प्रतिबंधों को हटाया गया तथा गति सीमा बढ़ायी गयी. मूरी यार्ड में लूप लाइनों (लाइन संख्या 1, 3, 4 एवं 5) पर विभिन्न दिशाओं से प्रवेश और निकासी के दौरान गति को 15 कि.मी प्रति घंटा से बढ़ाकर 30 कि.मी प्रति घंटा किया गया, जिससे समय कि बचत हुई तथा ट्रेनों के आवागमन में वृद्धि हुई.
मूरी यार्ड मे डाइमंड़ क्रॉसिंग के कारण मूरी-बरकाकाना, मूरी-चांडिल एवं मूरी-हटिया (अप) के लिए वर्तमान मे लागू 15 कि.मी प्रति घंटे के तीन स्थायी गति प्रतिबंधों को भी हटाया गया औए 110 कि.मी प्रति घंटा / 100 कि.मी प्रति घंटा का स्वीकृत सामान्य सेक्शन गति बहाल किया गया. इन स्थायी गति प्रतिबंधों को हटाये जाने के कारण लगभग 15 मिनट समय कि बचत हुई, जिसके परिणाम स्वरूप ट्रेनों के परिचालन में तेज़ी आई है.
उपरोक्त वर्णित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 10 नये सामान्य प्वाइंटों और क्रॉसिंगों को लगाकर 5 सिंगल / डबल स्लिप डाइमंड़ क्रॉसिंगों को हटाया गया, जिससे प्वाइंटों और क्रॉसिंगों के रख रखाव तथा उसमे होनेवाले खर्चे में भी कमी आई. साथ ही मैनपावर कि तैनाती मे कमी आई एवं ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन की बड़ी उपलब्धि प्राप्त हुई.
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