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उदित वाणी जमशेदपुर: राज्य के सरकारी स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई शुरू हो गई है. नया सत्र पहली जुलाई से ही शुरू होना था, लेकिन एक जुलाई को रथ यात्रा को लेकर अवकाश होने कारण पढ़ाई शनिवार (दो जुलाई) से शुरू हुई. राज्य सरकार ने कोटोना को लेकर स्कूलों के लंबे समय तक बंद रहने के कारण पिछले शैक्षणिक सत्र की अवधि तीन माह के लिए बढ़ा दी थी. सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से सात के बच्चों की वार्षिक परीक्षा छह से 15 जून तक हुई थी. संकुल स्तर पर बच्चों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच होने के बाद स्कूलों में बच्चों को रिपोर्ट कार्ड देकर नए सत्र की शुरुआत की गई. हालांकि कुछ स्कूलों में अभी रिजल्ट जारी किया जाना बाकी है, फिर भी वहां भी नए सत्र की पढ़ाई शुरू कर दी गई है. वहीं, आठवीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम नहीं आया है. साथ ही नौवीं तथा ग्यारहवीं कक्षा की अभी परीक्षा ही चल रही है. चूंकि नौवीं तथा ग्यारहवीं कक्षा की परीक्षा में शामिल विद्यार्थी अगले वर्ष मार्च-अप्रैल माह में होनेवाली क्रमश: दसवीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे, इसलिए परिणाम आने से पहले ही इनकी पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी. वहीं अन्य कक्षाओं के लिए भी सत्र 11 माह का होगा क्योंकि अगले साल नया सत्र एक जून से शुरू होगा. इधर, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निर्देश पर सरकारी स्कूलों में नामांकन का विशेष अभियान भी शुरू हो गया है. यह 15 जुलाई तक चलेगा. इस अभियान के तहत प्रवासी बाहर से पोषक क्षेत्र में आए परिवारों के बच्चों का विशेष रूप से नामांकन कराया जाएगा. राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने खासकर पांचवीं से छठी, आठवीं से नौवीं तथा दसवीं से 11वीं में जानेवाले बच्चों के नामांकन पर विशेष ध्यान देने को कहा है. इधर आठवीं से 11वीं कीपरीक्षा खत्म हो गई अब छात्र-छात्राओं को रिजल्ट आने का इंतजार है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से आयोजित आठवीं, नौंवीं व ॥वीं कक्षा की कापियों की जांच एक सप्ताह में पूरी करने का निर्देश काउंसिल ने दिया है. आठवीं कक्षा की उत्तर पुस्तिका बीआरसी में रखी जा रही है. कापियों का मूल्यांकन बीआरसी प्रखंड में अवस्थित शिक्षक करेंगे. वहीं नौंवीं व 1वीं की कापियों का मूल्यांकन परीक्षा केंद्र में उपलब्ध शिक्षकों द्वारा किया जाएगा. उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन में यदि शिक्षकों की कमी है तो ऐसी स्थिति में निकट के विद्यालय तथा महाविद्यालय के शिक्षक परीक्षक के रूप में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करेंगे. मूल्यांकन कार्य के लिए विषयवार अंक पत्रक परीक्षा केंद्रवार उपलब्ध कराई जाएगी. इन अंक पत्रों को संबंधित केंद्र उस परीक्षा केंद्र की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य संपादित कराया जा रहा है उसे हस्तगत कराना सुनिश्चित किया जाएगा. मूल्यांकन कार्य एक सप्ताह के अंदर पूरा करना होगा ताकि परीक्षाफल का प्रकाशन शीघ्र किया जा सके.
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