मोहरदा में बनेगा 30 करोड़ की लागत से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट
उदित वाणी, जमशेदपुर: जमशेदपुर शहर की जीवन रेखा कही जाने वाली दो नदियों स्वर्णरेखा और खरकई को प्रदूषण मुक्त करने की कवायाद शुरु कर दी गई है.
शहर के 16 नालों से इन दो नदियों में प्रति दिन एक करोड़ लीटर गंदा पानी गिरता है जिसे ट्रीटमेंट के लिए जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के द्वारा बारीडीह मोहरदा में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा.
इसके लिए 6 एकड़ जमीन को भी चिन्ह्ति कर लिया गया है. इस ट्रीटमेंट प्लांट से 30 मिलियन लीटर पानी हर दिन स्वच्छ होकर नदी में गिरेगा.
दो नदियों में 16 नालों से एक करोड़ लीटर गंदा पानी गिरता है
शहर के दो प्रमुख नदियों में 16 नालों से लगभग एक करोड़ लीटर गंदा पानी गिरता है जिससे ये दोनों नदियां प्रदूषित हो रही है. यहां रहने वाले 14 लाख से अधिक लोगों के लिए ये दोनों नदियां लाईफ लाईन है.
इसी के पानी से आम जनजीवन की प्यास बुझाई जा रही है और यहां के बड़े-बड़े उद्योग धंधे चल रहे हैं. नदी के पानी को स्वच्छ बनाने की मुहिम के तहत ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जा रहा है.
शहर के सभी 16 बड़े नालों के पानी को ट्रीटमेंट करने के बाद ही अब नदी में छोड़ा जाएगा. पहले चरण में बने मोहरदा में बनने वाले ट्रीटमेंट प्लांट से लगभग 60 प्रतिशत पानी स्वच्छ हो सकेगा.
इसके बाद दूसरे चरण में ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता बढ़ाई जाएगी या फिर दूसरी जगह ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा, जहां से शहर का शत-प्रतिशत गंदा पानी स्वच्छ होकर नदी में गिरेगा.
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