उदित वाणी जमशेदपुर: भारत की राष्ट्रपति ने के. संजय मुर्ति को नए नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) के रूप में नियुक्त किया. यह नियुक्ति एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश की आर्थिक और वित्तीय प्रणाली की निगरानी और सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
संजय मुर्ति की अनुभव और योग्यता उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाती है. उनके नेतृत्व में देश की वित्तीय पारदर्शिता और जवाबदेही में सुधार की उम्मीद है.
नियुक्ति एवं कार्यकाल
यह नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की गई है, और उनके कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से यह पद संभाला जाएगा . भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक का कार्यालय 10 बहादुर शाह जफर मार्ग पर नई दिल्ली में स्थित है . इस संस्था के प्रमुख की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है और उनका कार्यकाल 6 वर्ष या 65 वर्ष की उम्र, जो भी पहले होगा, की अवधि के लिए होता है.
कार्यक्षेत्र
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के कार्य में भारत की संचित निधि, प्रत्येक राज्य की संचित और प्रत्येक संघ शाषित प्रदेश, जहाँ विधानसभा हो, से सभी व्यय सम्बन्धी लेखाओं की लेखा परीक्षा करना है. यह सार्वजनिक संस्था सरकार के स्वामित्व वाली कम्पनियों का भी अंकेक्षण करती है.
के. संजय मूर्ति की नियुक्ति से पहले, गिरीश चंद्र मूर्मू भारत के 14वें नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक थे. अब संजय मूर्ति इस महत्वपूर्ण पद पर अपनी सेवाएं देंगे.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।